NCERT Solutions Class 3 रिमझिम Chapter-7 (टिपटिपवा)

NCERT Solutions Class 3 रिमझिम Chapter-7 (टिपटिपवा)

NCERT Solutions Class 3 रिमझिम 3 वीं कक्षा से Chapter-7 (टिपटिपवा) के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी रिमझिम के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।
Solutions Class 3 रिमझिम Chapter-7 (टिपटिपवा)
एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

Class 3 रिमझिम

Chapter-7 (टिपटिपवा)

अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर

Chapter-7 (टिपटिपवा)

कौन-किससे परेशान?

प्रश्न- इस कहानी में लगता है सभी परेशान थे| बताओ कौन-किस्से परेशान था?
उत्तर:  बुढ़िया
 – झोंपड़ी में टपकते हुए वर्षा के पानी से|
शेर – ज़ोरदार वर्षा और टिपटिपवा से|
धोबी – गधे के गायब होने व न मिलने से|
पंडित जी – घर में भरे वर्षा के पानी को उलीचते-उलीचते थकने से|


मतलब बताओ

प्रश्न- नीचे कहानी में से कुछ वाक्य दिए गए हैं| इन्हें अपने शब्दों में लिखो|
• टिपटिपवा कौन-सी बला है?

उत्तर: कौन-सी बला है टिपटिपवा|

• पत्नी की बात धोबी को जँच गई|
उत्तर: धोबी को पत्नी की बात समझ आ गई|

• शेर बिना चूँ-चपड़ किए भीगी बिल्ली बना धोबी के पीछे-पीछे चल दिया|
उत्तर: धोबी के पीछे-पीछे शेर बिना चूँ-चपड़ किए भीगी बिल्ली बना चल दिया|

• जरा पोथी बाँच कर बताइए वह कहाँ हैं?
उत्तर: वह कहाँ है जरा पोथी बाँच कर बताइए|

याद करो तो

प्रश्न- पोता दादी की गोद में कहानी सुनने के लिए मचल रहा था| तुम किन-किन चीजों के लिए मचलते हो?
उत्तर: मैं भी दादी से कहाई सुनने के लिए मचलता हूँ| मैं उनसे नए-नए खिलौने लाकर देने के लिए, उनके साथ घर से बाहर जाने के लिए उनकी गोद में चढ़ने के लिए व उनके साथ खेलने के लिए मचलता हूँ|

कौन है टिपटिपवा!

प्रश्न- हाँ बचवा, न शेरवा के डर, न बघवा के डर| डर तो बस टिपटिपवा का है|
• तुम्हारे घर की बोली में इस बात को कैसे कहेंगे?

उत्तर: हाँ बेटा, मुझे न शेर का डर है और न ही बाघ का डर है| मुझे तो बू इस पानी के टपकने का डर है|

• कहानी में टिपटिपवा कौन था? तुम किस-किस को टिपटिपवा कहोगे?
उत्तर: इस कहानी में टिपटिपवा झोपड़ी से टपकता हुआ वर्षा का पानी है| हम धोबी और उसके मोटे लट्ठे को टिपटिपवा कहेंगे|

बारिश

प्रश्न- यह कहानी एक ऐसे दिन की है जब मुसलाधार बारिश हो रही थी| अगर मुसलाधार बारिश की बजाए बूँदा-बाँदी होती, तो क्या होता? यदि उस रात बूँदा-बाँदी होती तो
उत्तर: बढ़िया की झोपड़ी में पानी नहीं टपकता व रात को दादी अपने पोते को कहानी सुनाती| शेर वर्षा से घबराकर जंगल से भाग झोपड़ी के पीछे नहीं छिपता और न ही धोबी का गधा खोता और न ही पंडित जी अपने घर से पानी उलीच-उलीच कर थकते, न ही धोबी अपने गधे को ढूँढते हुए शेर के पास पहुँचता और न शेर को अपना गधा समझता| इस तरह कहानी ही नहीं बनती|

तरह-तरह की आवाज़ें

प्रश्न- पानी के टपकने की टिपटिप-टिपटिप आवाज़ आ रही थी|
उत्तर: सोचो और लिखो ये आवाज़े कब सुनाई पड़ती हैं|

खर्र-खर्र

तेज़ साँस लेने पर

भिन-भिन

मक्खी के कान के पास मँडराने पर

ठक-ठक

दरवाज़े खटखटाने पर

चर्र-चर्र

दरवाज़ा खोलने पर

भक-भक

आग लगने पर

तड़-तड़

वर्षा की बूँदों के टीन पर गिरने पर


खूँटा

प्रश्न- धोबी ने शेर को खूँटे से बाँध दिया| सोचो और बताओ, खूँटे से क्या-क्या बाँधा जाता है?
उत्तर: खूँटे से गाय, भैंस, बकरी, ऊँट, बैल, गधा, भैंसा, बछड़ा, हिरन, खच्चर को बाँधा जाता है|


एक से ज़्यादा
प्रश्न- एक कहानी – सभी कहानियाँ
उत्तर: एक तितली – कई 
तितलियाँ
एक पत्तीदस पत्तियाँ
एक चूड़ी – ढेरों चूड़ियाँ
एक खिड़की – चार खिड़कियाँ