NCERT Solutions Class 5 आस पास Chapter-2 (कहानी सपेरों की)

NCERT Solutions Class 5 आस पास Chapter-2 (कहानी सपेरों की)

NCERT Solutions Class 5 आस पास 5 वीं कक्षा से Chapter-2 (कहानी सपेरों की) के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी आस पास के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।
Solutions Class 5 आस पास Chapter-2 (कहानी सपेरों की)
एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

Class 5 आस पास

Chapter-2 (कहानी सपेरों की)

अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर

Chapter-2 (कहानी सपेरों की)

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक पृष्ठ संख्या 17)
बताओ।

प्रश्न 1.
क्या तुमने किसी को बीन बजाते देखा है? कहाँ?

उत्तर:
हाँ, मैंने सपेरे को बीन बजाते देखा है। सपेरा हमारे गाँव में बीन बजा रहा था।

प्रश्न 2.
क्या तुमने कभी साँप देखा है? कहाँ?

उत्तर:
हाँ, मैंने साँप देखा है। सपेरों के पास और खेतों में।

प्रश्न 3.
क्या तुम्हें उससे डर लगा? क्यों?

उत्तर:
हाँ, मुझे साँप से डर लगा क्योंकि साँप काटने से आदमी मर जाता है।

प्रश्न 4.
तुम्हें क्या लगता है, सभी साँप जहरीले होते हैं?

उत्तर:
हाँ, कुछ साँप जहरीले होते हैं।

प्रश्न 5.
तुमने पिछले पाठ में पढ़ा कि साँप के बाहरी कान नहीं होते। सोचो, क्या वह बीन की धुन सुन पाता होगा या फिर बीन के हिलने से ही वह नाचता होगा?

उत्तर:
असल में साँप सुन नहीं पाते वे केवल बीन के हिलने से उसके अनुसार अपना सिर हिलाते हैं, जिसे लोग नाचना कहते हैं।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 19)

प्रश्न 1.
क्या तुमने कभी जानवरों के खेल या नाच होते देखे हैं? जेसे-सरकस में, सड़क पर, पार्क में।
(क) कब और कहाँ देखा?

उत्तर:
पिछले महीने मैंने सरकस में जानवरों को मनोरंजन करते देखा था।

(ख) किस जानवरों को खेल देखा?
उत्तर:
मैंने बाघ, भालू, गेंडा, तथा शेर का खेल देखा।

प्रश्न 2.
जानवरों के प्रति लोगों का क्या व्यवहार था?

उत्तर:
जानवरों के प्रति लोगों का अच्छा व्यवहार था।

प्रश्न 3.
क्या कोई जानवर को परेशान भी कर रहा था? कैसे?

उत्तर:
कुछ लोग जानवरों को परेशान कर रहे थे वे उन पर पानी की बोतलें फेंक रहे थे।

प्रश्न 4.
वह खेल देखकर तुम्हारे दिमाग में किस-किस तरह के सवाल उठे?

उत्तर:
वह खेल देखकर मेरे दिमाग में बहुत सारे प्रश्न उठे। जैसे
(अ) क्या मनोरंजन के लिए जानवरों को तंग करना अच्छी बात है?
(आ) जानवरों को उनके परिवार से दूर करना क्या ठीक है?
(इ) जानवरों को पिंजड़े में बंद करना क्या सही है?

प्रश्न 5.
मान लो, तुम एक जानवर हो, जो कैद में है। अब तुम इन वाक्यों को पूरा करो।

उत्तर:
मुझे डर लगता है जब-रिंग मास्टर मेरी पिटाई करता है।
मेरी इच्छा है कि मैं-जंगल में आजाद घुमूं।
मैं उदास होता हूँ जब-मेरे दोस्त मुझे याद आते हैं।
अगर मुझे मौका मिलता तो मैं-पिंजड़ा तोड़कर भाग जाता।
मुझे यह बिल्कुल भी पसंद नहीं–लोग मुझे तंग करें तथा मुझे बंद रखें।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 20)
प्रश्न 1.
सँपेरों के अलावा और कौन-कौन लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए जानवरों पर निर्भर होते हैं?

उत्तर:
सँपेरों के अलावा बन्दर नचानेवाले, भालू नचानेवाले, दूध बेचनेवाले, आदि, ये सभी अपनी रोजी-रोटी के लिए जानवरों पर निर्भर होते हैं।

सर्वे जानवर पालने वालों का
अपने स्कूल या घर के आस-पास कुछ ऐसे लोगों से बात करो, जिन्होंने अपनी रोजी-रोटी के लिए कोई जानवर पाला हो। जैसे-ताँगे के लिए घोड़ा, अंडों के लिए मुर्गियाँ, आदि।

प्रश्न 1.
कौन-सा जानवर है?

उत्तर:
गाय और भैंस।।

प्रश्न 2.
कितने जानवर पाले हैं?

उत्तर:
पाँच जानवर पाल रखे हैं।

प्रश्न 3.
क्या जानवरों को रखने के लिए अलग जगह है?

उत्तर:
हाँ। जानवरों को रखने के लिये अलग जगह है।

प्रश्न 4.
उनकी देखभाल कौन करता है?

उत्तर:
उनकी देखभाल उनका मालिक मोहन करता है।

प्रश्न 5.
वे क्या खाते हैं?

उत्तर:
वे घास, भूसा तथा अनाज के दाने खाते हैं।

प्रश्न 6.
क्या वे कभी बीमार भी पड़ते हैं? तब पालनेवाला क्या करता है?

उत्तर:
जानवरों के बीमार पड़ने पर मोहन चिकित्सक को बुला कर उनका इलाज करवाता है।

प्रश्न 7.
इसी तरह अपने मन से और प्रश्न भी पूछो। अपने इस सर्वे की रिपोर्ट तैयार करो और कक्षा में पढ़ कर सुनाओ?

उत्तर:
स्वयं करो।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 21)
हम क्या समझे

प्रश्न 1.
सरकार ने कानून बना दिया है न तो कोई जंगली जानवरों को पकड़ सकता है और न ही उन्हें अपने पास रख सकता है। तुम्हें क्या लगता है क्या यह कानून सही है या नहीं? अपने उत्तर: का कारण बताओ और लिखो।

उत्तर:
कोई भी जानवर पिंजड़े में रहना, या कैद होना पसंद नहीं करता है। इसलिये सरकार का बनाया हुआ कानून बिल्कुल सही है। परंतु यह कानून जंगली जानवरों के लिए है जैसे-हाथी, शेर, चीता इत्यादि, न कि पालतू जानवरों के लिए जैसे-गाय, भैंस आदि।

एनसीईआरटी सोलूशन्स क्लास 5 आस पास पीडीएफ