NCERT Solutions Class 5 आस पास Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर)

NCERT Solutions Class 5 आस पास Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर)

NCERT Solutions Class 5  आस पास 5 वीं कक्षा से Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर) के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी आस पास के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।
Solutions Class 5 आस पास Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर)
एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

Class 5 आस पास

Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर)

अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर

Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर)

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 121)

पता करो
प्रश्न 1.
नक्शे में देखकर बताओ कि मुंबई से कश्मीर जाने के रास्ते में कौन-कौन से राज्य आएँगे?

उत्तर:
मुंबई से कश्मीर जाने के रास्ते में महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू कश्मीर राज्य आयेंगे।

प्रश्न 2.
गौरव जानी मुंबई से दिल्ली तक के रास्ते में जिन राज्यों से गुजरे उनकी राजधानियों के नाम पता करो। क्या और भी कोई बड़ा शहर रास्ते में आया होगा?

उत्तर:
गौरव जानी के मुंबई से दिल्ली तक के रास्ते में राज्यों से गुजरने वाले राज्यों की राजधानी निम्नांकित है-

राज्यराजधानी
महाराष्ट्रमुंबई
गुजरातअहमदाबाद
राजस्थानजयपुर
हरियाणाचंडीगढ़

उसके रास्ते में कई बड़े शहर आये, जिनमें से अहमदाबाद, जयपुर, चंडीगढ़, आदि कुछ बड़े शहर हैं।

प्रश्न 3.
मनाली मैदानी इलाका है या पहाड़ी? वह शहर कौन-से राज्य में है?

उत्तर:
मनाली एक पहाड़ी इलाका है। यह हिमाचल प्रदेश राज्य में है।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 122)
बताओ

प्रश्न 1.
क्या तुम कभी टेंट में रहे हो? कहाँ? कैसा अनुभव था?

उत्तर:
हाँ, मैं टेंट में रहा हूँ। जब मैं एक बार स्कूल की तरफ से कैंपिंग के क्रम में कुल्लू गया था। वह मेरे लिए बहुत ही रोमांचक अनुभव था।

प्रश्न 2.
मान लो, तुम्हें अकेले पहाड़ पर दो दिन तक एक टेंट में रहना है और तुम अपने साथ केवल दस चीजें ले जा सकते हो। उन दस चीजों की सूची बनाओ, जो तुम ले जाना चाहोगे।

उत्तर:
यदि मुझे अकेले पहाड़ पर दो दिन तक एक टेंट में रहना है तथा मुझे अपने साथ केवल दस चीजें साथ ले जानी हैं तो मैं निम्नांकित चीजों को साथ ले जाना चाहूँगा-कपड़े, स्वेटर, कंबल, टॉर्च, डिब्बाबंद खाना, पानी, स्टोव, मच्छर अगरबत्ती, जूते तथा कैमरा।

प्रश्न 3.
तुमने किस-किस तरह के घर देखे हैं? उनके बारे में बताओ। चित्र भी बनाओ।

उत्तर:
मैंने कई तरह के घर देखे हैं जिनमें से कुछ निम्नांकित हैं

  • खर, बाँस, सूखे पत्तियों तथा मिट्टी से बना मकान
  • ईंट तथा सीमेंट से बना मकान
  •  बॉस से बना मकान

Solutions Class 5 आस पास Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर)

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 123)
लिखो

प्रश्न 1.
ताशी के इलाके के लोग सर्दियों में नीचे की मंजिल पर रहते हैं। वे ऐसा क्यों करते होंगे?

उत्तर:
नीचे की मंजिल पर कोई खिड़की नहीं होती है। खिड़की नहीं होने के कारण नीचे की मंजिल का मकान गर्म रहता है। इसलिये ताशी के इलाके के लोग सर्दियों में नीचे की मंजिल पर रहते हैं।

प्रश्न 2.
तुम्हारे घर की छत कैसी है? तुम्हारे यहाँ छत किन-किन कामों के लिए इस्तेमाल होती है?

उत्तर:
मेरे घर की छत सपाट है तथा सीमेंट एवं ईटों से बनी है। हमलोग छत का उपयोग कपड़े सुखाने, अनाज तथा खाद्य सामग्रियों के सुखाने, धूप सेंकने तथा गर्मियों में रात में सोने के लिए करते हैं।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 124)
पता करो

प्रश्न 1.
तुम जिस इलाके में रहते हो वह कितनी उँचाई पर है?

उत्तर:
मैं मुंबई में रहता हूँ। यह समुद्र तल से 220 मीटर की ऊँचाई पर है।

प्रश्न 2.
गौरव जानी ने ऐसा क्यों कहा-‘इतनी उँचाई पर साँस लेने में भी मुश्किल हो रही थी’?

उत्तर:
ज्यादा ऊँचाई पर हवा पतली हो जाती है जिसके कारण ऑक्सीजन का स्तर भी कम जाता है। इसलिये वहाँ ऑक्सीजन कम होने के कारण साँस लेने में कठिनाई होती है। इसलिए गौरव जानी ने “इतनी ऊँचाई पर साँस लेने में भी मुश्किल हो रही थी” ऐसा कहा।

प्रश्न 3.
तुम कभी पहाड़ी इलाके में गए हो? कहाँ?

उत्तर:
में कुल्लू, जो एक पहाड़ी इलाका है, गया हूँ।

प्रश्न 4.
वह कितनी उँचाई पर था? क्या वहाँ साँस लेने में तुम्हें भी परेशानी आई?

उत्तर:
कुल्लू समुद्र तल से लगभग 2000 मीटर की ऊँचाई पर है। वहाँ मुझे साँस लेने में थोड़ी परेशानी हुई।

प्रश्न 5.
तुम ज्यादा-से-ज्यादा कितनी उँचाई तक गए हो?

उत्तर:
मैं सबसे ऊँचाई वाली जगह रोहतंगपास गया हूँ। यह समुद्र तल से 4000 मीटर की ऊँचाई पर है।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 127)
प्रश्न 1.
चांगपा लोगों की जिंदगी पूरी तरह से इन जानवरों से जुड़ी है। क्या कोई जानवर तुम्हारी जिंदगी का हिस्सा हैं? जैसे-तुम्हारा कोई पालतू जानवर या खेती में इस्तेमाल किए गए जानवर, इत्यादि।

उत्तर:
हाँ। एक जानवर है, जो मेरी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्से जैसा है। वह है मेरा पालतू कुत्ता, जिसका नाम टॉमी है।

प्रश्न 2.
ऐसे पाँच उदाहरण सोचो और लिखो कि जानवर तुम्हारी जिंदगी से कैसे जुड़े हैं।

उत्तर:
जानवर निम्नांकित तरीके से हमारी जिन्दगी से जुड़े हैं
कुत्ता-कुत्ता, आदमी का सबसे अच्छा तथा वफादार दोस्त है। यह हमारे घरों की रक्षा करता है।
गाय-गाय आदमी के लिए दूध का एक मुख्य एवं महत्वपूर्ण स्रोत है।
भैंस-भैंस भी दूध के मुख्य एवं महत्वपूर्ण स्रोतों में से एक है।
बैल-बैल खेती के लिए तथा गाड़ियों को खींचने के लिए एक महत्वूपर्ण जानवर।
घोड़ा-घोड़ा भी अनादि काल से आदमी का दोस्त रहा है। यह गाड़ियों को खींचने तथा एक जगह से दूसरी जगह
आने-जाने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन रहा है।

पता करो
प्रश्न 1.
तुमने पढ़ा कि चांगथांग इलाके में तापमान 0 से काफी कम हो जाता है। टी.वी. या अखबार में देखकर बताओ कि और कौन-से शहर हैं जिनको तापमान से भी कम हो जाता है। वे शहर भारत के हो सकते हैं या किसी और देश के भी। किन महीनों में तुम्हें ऐसे तापमान की खबरें देखने को मिलेंगी?

उत्तर:
शिमला, लद्दाख, लेह आदि भारत के कई ऐसे शहर हैं जहाँ तापमान शून्य से भी कम रहता है। भारत के बाहर अन्य देशों में भी कई ऐसे शहर हैं जहाँ तापमान शून्य से भी कम रहता है, जैसे ओटावा, मिनेसोटा इत्यादि।
कई जगहों का तापमान शून्य से भी कम रहने की खबरें प्रायः दिसम्बर तथा जनवरी महीने में देखने को मिलती हैं।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 128)
देखो और बताओ

प्रश्न 1.
देखो, जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग तरह के घर हैं, जो कि वहाँ के लोगों की जरूरत और मौसम के अनुरूप बनाए जाते हैं। क्या तुम्हारे इलाके में भी अलग-अलग तरह के घर हैं? अगर हाँ, तो इसके कारण सोचो।

उत्तर:
हाँ, मेरे इलाके में भी कई तरह के घर हैं। जैसे-शहरों में कई बहुमंजिली इमारतें हैं जो मध्यमवर्गीय लोगों के बजट के अनुसार बनते हैं। कई बड़े घर तथा बंगले हैं जहाँ धनाढ्य लोग रहते हैं। इसके अलावा टीन की छतों एवं दीवारों वाली घरें भी हैं जहाँ मजदूर वर्ग के लोग रहते हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में धास तथा सूखे पत्तियों से घर नाये जाते हैं जो काफी सस्ते होते हैं।
Solutions Class 5 आस पास Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर)

प्रश्न 2.
तुम्हारे घर में क्या कोई खास बात है? जैसे-ज्यादा बारिश होती है तो ढलवाँ छत या बड़ा बरामदा, जहाँ गर्मियों में सोते हो और धूप में कुछ सुखाते हो।

उत्तर:
हाँ, मेरे घर में एक छत है जिसका उपयोग अनाज, कपड़े आदि सुखाने, जाड़े के मौसम में धूप सेंकने तथा गर्मियों के मौसम में रात में सोने में किया जाता है।

प्रश्न 3.
अपने घर के बारे में सोचो। घर बनाने के लिए किन चीजों का इस्तेमाल हुआ है? मिट्टी, पत्थर, लकड़ी या सीमेंट? अपने घर की खास बात चित्र द्वारा दिखाओ।।

उत्तर:
Solutions Class 5 आस पास Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर)
मेरे घर को बनाने में सीमेंट, ईंट तथा लोहे की छड़ों का उपयोग किया गया है। मेरे घर की छत काफी उपयोगी है। जिसका उपयोग हमलोग कई चीजों को सुखाने तथा गर्मियों में सोने के लिए करते हैं।

सोचो और लिखो
प्रश्न 1.
इस चित्र को देखो।
क्या इसमें कुछ घर पहचान पा रहे हो? ये लकड़ी और मिट्टी के घर हैं जिनमें सर्दियों में कोई नहीं रहता। गर्मियों में बकरवाल लोग यहाँ रहने आते हैं जब वे बकरियों को चराने के लिए पहाड़ों की उँचाइयों पर ले जाते हैं।

उत्तर:
Solutions Class 5 आस पास Chapter-13 (बसेरा ऊँचाई पर)
हाँ, मैं इन घरों को पहचान पा रहा हूँ। ये घर काफी ऊँचाई वाले इलाके में बने है। जहाँ गर्मियों में बकरवाल लोग रहने आते हैं जब वे बकरियों को चराने के लिए पहाड़ों पर ले जाते हैं।

प्रश्न 2.
अंदाजा लगाओ कि बकरवाल और चांगपो लोगों की जिंदगी में कौन-सी बातें मिलती-जुलती हो सकती हैं? और क्या फर्क है?

उत्तर:
बकरवाल और चांगपा लोगों की जिंदगी में मिलती जुलती बातें

  • दोनों जम्मू कश्मीर के पहाड़ों में रहते हैं।
  • दोनों एक जगह से दूसरी जगह घूमते रहते हैं।
  • वे दोनों बकरियों, याक, भेड़ आदि तरह के जानवरों पर निर्भर हैं।
  • वे ऊन आदि बेचकर अपनी जीविका चलाते हैं। बकरवाल और चांगपा लोगों में अंतर
  • बकरवाल लोग सभी तरह की बकरियों और भेड़ों को पालते हैं तथा किसी भी स्थान पर चारे के लिए ले जाते हैं।
  • बकरवाल लोग कम ऊँचाई वाली पहाड़ियों पर रहते हैं।
  • जबकि चांगपा लोग विशेष तरह की बकरियों को पालते हैं।
  • चांगपा लोगों की भेड़ जो ज्यादा ऊँचाईयों पर रहती है ज्यादा मुलायम तथा अच्छे किस्म की ऊन देती हैं।
  • चांगपा लोग ज्यादा ऊँचाई वाले पहाड़ों पर रहते हैं।

हम क्या समझे
तुमने जम्मू-कश्मीर के तरह-तरह के बसेरों के बारे में पढ़ा-कुछ उँचे पहाड़ पर, कुछ पानी में, कुछ जिनमें लकड़ी और पत्थर पर सुंदर डिजाइन हैं, कुछ जिन्हें बाँधकर किसी और जगह भी ले जाया जा सकता है। बताओ।।

प्रश्न 1.
यह बसेरे वहाँ के लोगों की जरूरत के हिसाब से कैसे बने हैं?

उत्तर:
मैंने जम्मू कश्मीर के अलग-अलग तरह के घरों के बारे में पढ़ा। सभी तरह के घर वहाँ के निवासियों की जरूरत के अनुरूप बने हैं।
नाव पर बने घर में सभी सुविधाएँ रहती हैं जो कि वहाँ आने वाले लोगों की जरूरतों को पूरा करते हैं।
पत्थर तथा लकड़ियों से बने घर उसमें रहने वाले लोगों की ठंढ़ से रक्षा करते हैं।
चांगपा लोगों द्वारा बनाये गये टेंट जैसे घर उनकी घुमक्कड़ जिंदगी के लिए उपयुक्त हैं।

प्रश्न 2.
यह घर तुम्हारे घर से कैसे अलग हैं?

उत्तर:

हमारे घर ईंट तथा सीमेंट से बने होते हैं, जो कि कम ठंढ़क तथा गर्म जलवायु के लिए उपयुक्त है तथा एक ही जगह बने रहते हैं। जबकि चांगपा लोगों के घर जो टेंट जैसे होते हैं, उनकी सुविधानुसार एक जगह से दूसरे जगह आसानी से ले जाये जा सकते हैं। 

एनसीईआरटी सोलूशन्स क्लास 5 आस पास पीडीएफ