NCERT Solutions Class 2 रिमझिम Chapter-6 (बहुत हुआ)

NCERT Solutions Class 2 रिमझिम Chapter-6 (बहुत हुआ)

NCERT Solutions Class 2 रिमझिम 2 वीं कक्षा से Chapter-6 (बहुत हुआ) के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी रिमझिम के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।
Solutions Class 2 रिमझिम Chapter-6 (बहुत हुआ)
एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

Class 2 रिमझिम

Chapter-6 (बहुत हुआ)

अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर

Chapter-6 (बहुत हुआ)

कविता का सारांश

प्रस्तुत कविता ‘बहुत हुआ’ के कवि हरीश निगम हैं। इस कविता में कवि ने वर्षा के कारण बच्चों को होने वाली कठिनाइयों का वर्णन किया है। बच्चों के माध्यम से कवि कहता है कि हे बादल भइया, अब पानी बरसाना बंद करो। बहुत हो चुका। रात भर वर्षा के कारण घर के चूने से हम सब को नानी याद आ गई है। हम कहाँ जाएँ और कहाँ खेलें। चारों तरफ कीचड़ और पानी है। घर में फँसकर हमारी स्थिति पिंजरे में बंद सुग्गे (तोते) की तरह हो गई है। बच्चे सूरज दादा से प्रार्थना करते हैं कि वे जल्दी धूप खिलाएँ। बच्चे अपने दोस्तों से कहते हैं कि सब मिलकर सड़कों से पानी हटने की दुआ करें।

काव्यांशों की व्याख्या

1. बादल भइया
बहुत हुआ!
कीचड़-कीचड़
पानी पानी।

याद सभी को
आई नानी
सारा घर
दिन रात चुआ

शब्दार्थ: कीचड़-पानी में मिली हुई धूल या मिट्टी। चुआ-टपका।

प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक रिमझिम, भाग-2 में संकलित कविता ‘बहुत हुआ’ से ली गई हैं। इस कविता के कवि हरीश निगम ने वर्षा के कारण बच्चों को होने वाली कठिनाइयों का वर्णन किया है।

व्याख्या – इन पंक्तियों के माध्यम से कवि बादल से कहता है कि बादल भइया, कीचड़-कीचड़, पानी-पानी अब अब बस करो। वर्षा के कारण सभी बच्चों को नानी याद आ गई है तथा घर दिन-रात टपकता रहता है।

2. जाएँ कहाँ
कहाँ पर खेलें?
घर में फंसे
बोरियत झेलें
ज्यों पिंजरे में
मौन सुआ

सूरज दादा
धूप खिलाएँ
ताल नदी
सड़कों से जाएँ
तुम भी भैया
करो दुआ!

शब्दार्थ: बोरियत-मन लगना उबाऊपन। मौन-चुप, खामोश। सुआ-सुग्गा, तोता। ताल-तालाब।
प्रसंग – पूर्ववत।
व्याख्या – इन पंक्तियों में बच्चे कह रहे हैं कि वर्षा के कारण हम कहाँ जाएँ और कहाँ खेलें। घर में फँसकर हम बोर हो जाएँगे। यहाँ हमारी स्थिति पिंजरे में बंद तोते की तरह हो गई है। बच्चे सूरज दादा से धूप खिलाने को कह रहे हैं। वे अपने मित्रों से कह रहे हैं कि सब मिलकर दुआ करो कि सड़कों पर से जमा पानी निकल जाए।

प्रश्न-अभ्यास

बरसात

प्रश्न 1
‘बारिश’ कहने पर तुम्हारे मन में कौन-कौन-से शब्द आते हैं? सोचो और लिखो।

उत्तर:
हरे-भरे पेड़-पौधे, भरे-भरे ताल-तलैये, पानी, कीचड़, छाता, कागज़ की नाव इत्यादि।

प्रश्न 2
जब बहुत बारिश होने लगती है तब तुम कहाँ खेलती हो? कौन-कौन-से खेल खेलती हो?

उत्तर:
जब बहुत बारिश होने लगती है तो मैं अपने घर पर अपने भाई-बहन के साथ खेलती हूँ। मैं “अपने घर में कैरम बोर्ड; लूडो तथा लुकाछिपी का खेल खेलती हूँ।

प्रश्न 3
खूब तेज़ बारिश होगी तो तुम्हारे घर के आस-पास कैसा दिखाई देगा?

उत्तर:
यदि खूब तेज़ बारिश होती है तो हमारे घर के आस-पास के ताल-तलैये भर जाएँगे तथा जगह-जगह कीचड़ दिखाई देगा।

प्रश्न 4
बारिश में कितना पानी बरसता है? वह सब पानी कहाँ-कहाँ जाता होगा?

उत्तर:
बारिश में काफ़ी मात्रा में पानी बरसता है। यह सब पानी ताल-तलैयों, नदी-नालों तथा समुद्र में जाता है।

प्रश्न 5
ये सब बारिश से बचने के लिए क्या करेंगे? बताओ।

उत्तर:

  • लोग – अपने-अपने घरों के अंदर छिप जाएँगे और बाहर निकलना होगा तो छतरी लेकर निकलेंगे।
  • कबूतर – कबूतर अपने घोंसले में घुस जाएगा।
  • केंचुआ – जमीन के अंदर ही रहेगी।
  • कुत्ता – किसी छत के नीचे अथवा पेड़ के नीचे छिप जाएगा।
  • मछली – मछली पर पानी का कोई असर नहीं होगा।
  • मोर – झाड़ियों में या किसी पेड़ के नीचे बैठ जाएगा।

बहुत हुआ!

प्रश्न 6
बड़े लोग ऐसा कब कहते हैं

(i) बहुत हुआ, अब चुपचाप बैठो!
उत्तर:
जब हम ज़रूरत से ज्यादा बोलते हैं।

(ii)  बहुत हुआ, अब अंदर चलो!
उत्तर:
जब हम काफी देर तक बाहर रहते हैं।

(iii) बहुत हुआ, अब सो जाओ!
उत्तर:जब हम बहुत देर तक जगे रहते हैं।

(iv) बहुत हुआ, अब टी०वी० बंद करो!
उत्तर:
जब हम ज्यादा देर तक टीवी देखते हैं।

कविता से।

प्रश्न 7
कविता में ऐसा क्यों कहा गया होगा?

(i) तेज बारिश होने पर सड़कें नदी बन जाती हैं।
उत्तर:
तेज बारिश होने पर सड़कें नदी इसलिए बन जाती हैं क्योंकि इस पर पानी जमा हो जाता है।

(ii) सब ओर कीचड़ होने पर नानी याद आती है।
उत्तर:
चारों तरफ़ कीचड़ होने के कारण चलना मुश्किल हो जाता है और नानी याद आ जाती है।

अब नहीं बरसँगा!
एक दिन बादल ने सोचा-मैं अब कभी नहीं बरसँगा। जब मैं बरसता हूँ तब भी लोग मेरी बुराई करते हैं। जब नहीं बरसता हूँ, तब भी मेरी बुराई करते हैं। आज से बरसना बिल्कुल बंद। फिर क्या हुआ होगा? कहानी को आगे बढ़ाओ।
उत्तर:
इसके बाद बादल ने बरसना बंद कर दिया। बारिश होने के कारण चारों तरफ़ हाहाकार मच गया। धरती सूख गई। फ़सलें मुरझा गईं। पशु-पक्षी तड़पने लगे। बच्चे उदास हो गए। सबने मिलकर बादल से जल बरसाने और पृथ्वी पर हरियाली लाने की प्रार्थना की। बादल का मन पसीज गया और उसने फिर से बरसना प्रारंभ कर दिया।

एक चित्र कई काम

प्रश्न 8
कविता के साथ जो चित्र दिया गया है, उसमें कौन क्या कर रहा है?

उत्तर:
एक बच्चा चित्र बना रहा है।
दूसरा बच्चालूडो खेल रहा है।
बिल्ली खिड़की से झाँक रही है।
आदमी हँस रहा है।
एक बच्ची “खेल रही है।
कुत्ता भौंक रहा है।

प्रश्न 9
तुमने देखा कि चित्र में कई काम हो रहे हैं। इन वाक्यों में जो शब्द किसी काम के बारे में बता रहे हैं उनके नीचे रेखा खींचो।

Solutions Class 2 रिमझिम Chapter-6 (बहुत हुआ)
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।

एनसीईआरटी सोलूशन्स क्लास 2 रिमझिम पीडीएफ