NCERT Solutions Class 8 दूर्वा Chapter-17 (वह सुबह कभी तो आएगी (निबंध))

NCERT Solutions Class 8 दूर्वा Chapter-17 (वह सुबह कभी तो आएगी (निबंध))

NCERT Solutions Class 8  दूर्वा 8 वीं कक्षा से Chapter-17 (वह सुबह कभी तो आएगी (निबंध)) के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी दूर्वा केसभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।


Solutions Class 8 दूर्वा Chapter-17 (वह सुबह कभी तो आएगी (निबंध))
एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

Class 8 दूर्वा

पाठ-17 (वह सुबह कभी तो आएगी (निबंध))

अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर 

पाठ-17 (वह सुबह कभी तो आएगी (निबंध))

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Question 1:

(क) सलमा का पहला कदम बीमारी में ही क्यों बढ़ा था?

(ख) सलमा अपनी अम्माँ से क्या कहती थी जिससे उसकी अम्माँ उसे मार देती थी?

(ग) सलमा ने ऐसा क्यों कहा कि मैं तो अब जीना चाहती हूँ?

उत्तर :

(क) भोपाल गैस कांड के बाद गैस से सलमा के अन्दर अनेक बीमारियाँ हो गईं; जैसे–गले से अंदर ही अंदर खून बहना, पैरों में छाले, शरीर पर लाल दाग आदि। जब उसने होश सम्भाला तब भी वह उस गैस के कारण बहुत बीमार थी। उसी बीमारी के दैरान वह धीरे-धीरे बड़ी हुई और उसने चलना सीखा। बचपन में जब वह पहली बार चली उस वक्त भी वह बीमार थी। 

(ख) जब सलमा कहती कि अब्बू मर चुके हैं वे नहीं आएँगे तो उसकी अम्मा उसे मारती और कहती ऐसी बातें नहीं कहते।

(ग) सलमा ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वह अब आयुर्वेदिक दवाएँ खा रही थी और ठीक हो रही थी। उसे लगने लगा कि वह अब ठीक हो सकती है। वह खुश रहती है इसलिए जीना चाहती है।

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Question 2:

"मेरे अब्बू इस दुर्घटना के कारण खत्म हो गए, जब हम बहुत छोटे थे।"

ऊपर के वाक्य से पता चलता है कि सलमा के अब्बू किसी गैस दुर्घटना के कारण मर गए थे। दुर्घटना में कुछ लोगों को अपने शरीर के अंगों को गँवाना भी पड़ जाता है। तुम हवा, आग और पानी से होने वाली दुर्घटनाओं की एक सूची बनाओ। तुम इस सूची के आगे यह भी लिखो कि इसमें क्या-क्या नुकसान होता है।

उत्तर :

हवाओं की गति से उड़ीसा में त्रासदी हुई और हजारों लोग मारे गए व बेखर हो गए।

सुनामी से पानी में इसी तरह त्रासदी हुई। समुंद्र के किनारे के गाँव पानी में डूब गए।

जयपुर राजस्थान में पेट्रोल में आग लगने से आग फैल गई। कितने लोगों को घर खाली करने पड़े। कुछ उसी में समाप्त हो गए।

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Question 3:

"हम उनसे कहते कि जब हम बड़े हो जाएँगे तो उनकी देखभाल करेंगे।" इस वाक्य को पढ़ो और बताओ कि– 

(क) कौन किसकी देखभाल करना चाहता/चाहती है?

(ख) वह बड़ा/बड़ी होकर ही देखभाल करना क्यों चाहता/चाहती है?

(ग) क्या वह छोटे होने पर देखभाल नहीं कर सकता/सकती है?

(घ) अगर वह छोटे होने पर भी देखभाल करेगा/करेगी तो क्या हो सकता है?

उत्तर :

(क) सलमा अपनी अम्मा की देखभाल करना चाहती है।

(ख) वह गैस त्रासदी से पीड़ित है। उसका पूरा शरीर रोगी है। इस हालत में वह अपनी अम्मी की देखभाल नहीं कर सकती। इसलिए वह बड़ी होकर उनकी देखभाल कर चाहती है।

(ग) वह छोटे होने पर भी देखभाल नहीं कर सकती है। क्योंकि जब यह दुर्घटना हुई तब वह बहुत ही छोटी थी तभी से वह बीमार चल रही है।

(घ) अगर वह छोटे होने पर देखभाल करेगी तो वह न तो खुद को सम्भाल पाएगी और न ही अपनी अम्मी की देखभाल कर सकेगी। उसके शरीर में इतनी ताकत नहीं है।

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Question 4:

इस पाठ में भोपाल गैस त्रासदी का वर्णन हुआ है, जिसे इस त्रासदी को सहने वाली सलमा ने 'वह सुबह कभी तो आएगी' शीर्षक से लिखा है। अब तुम बताओ कि–

(क) तुम इसे निबंध या संस्मरण में से क्या कह सकते हो और क्यों?

(ख) अगर इसे कोई कहानी कहे तो क्या होगा?

(ग) मान लो कि अगर तुम इसे लिखते तो इसका क्या शीर्षक देते और क्यों?

(संकेत–इन प्रश्नों के उत्तर देने के लिए तुम अपने बड़ों की सहायता भी ले सकते हो।)

उत्तर :

(क) हम इसे संस्मरण ही कहेंगे क्योंकि सलमा ने अपनी आप बीती को याद करते हुए यह लेख लिखा है।

(ख) इसे अगर कहानी कहा जाएगा तो उसे सच नहीं माना जाएगा। कहानी ज़्यादातर कल्पना पर आधारित होती है। 

(ग) अगर हम इसे लिखते तो इसका शीर्षक 'मेरी कहानी', 'मेरी आशाएँ', 'हिम्मत न हारिए' आदि भी दे सकते थे क्योंकि दुर्घटना के बाद डाक्टरों ने उसे जवाब दे दिया था। एक रोगी शरीर होने के बाद भी उसकी आशाएँ और हिम्मत नहीं टूटीं। और इसी हिम्मत के कारण वह धीरे-धीरे ठीक होने लगी।

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Question 5:

'वह सुबह कभी तो आएगी' –यह इस पाठ का शीर्षक है। साथ ही यह साहिर लुधयानवी के 'गीत' की पंक्ति भी है। इस तरह तुम कुछ अन्य गीतों, कविताओं, लेखों, कहानियों और प्रसिद्ध लोगों के विचारों आदि की किसी पंक्ति का चयन कर उसकी सूची बनाओ जिस पर अपने विचारों को लिख सकते हो और वह तुम्हारे लेख के लिए सही शीर्षक हो सकता है।

उत्तर :

'साथी हाथ बढ़ाना'–साहिर लुधियानवी

'जो बीत गई वह बात गई'–हरिवंश राय बच्चन

'एकला चलो ऐ'–रविन्द्र नाथ टेगोर

'हम होंगे कामयाब एक दिन'– गिरिजा कुमार माथुर

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Question 6:

तुम्हारी भेंट-मुलाकात अक्सर कुछ ऐसे लोगों से भी होती होगी या हो सकती है जिनकी आँखें नहीं होतीं, जो बोल और सुन नहीं सकते। कुछ वैसे भी लोग होंगे या हो सकते हैं जो हाथ-पैर या अपने किसी अन्य अंग से सामान्य मनुष्य की तरह काम नहीं कर सकते। अब तुम बताओ कि– 

(क) यदि तुम्हें किसी गूँगे व्यक्ति से कुछ समझना हो तो क्या करोगे?

(ख) यदि तुम्हें किसी बहरे व्यक्ति को कुछ बताना हो तो क्या करोगे?

(ग) यदि तुम्हें किसी अंधे व्यक्ति को कुछ बताना हो तो क्या करोगे?

(घ) किसी ऐसे व्यक्ति के साथ खेलने का अवसर मिल जाए जो चल फिर नहीं सकता हो तो क्या करोगे?

उत्तर :

(क) हम इशारों से या कुछ द्योतक दिखाकर उसके बारे में लिखकर पूछेंगे। जो वह कहना चाहेंगे उसे ध्यान से उनके इशारे से या उनकी लिखावट से समझेंगे।

(ख) उसे लिखकर या इशारों से समझाएँगे और समझेंगे।

(ग) अंधे व्यक्ति को कुछ बताने के लिए उसे बोलकर बताएँगे या उसका हाथ पकरकर उसे स्पर्श कराकर समझाएँगे।

(घ) उसके साथ बैठकर खेलनेवाला कोई खेल खेलेंगे; जैसे –लूडो, कैरम, ताश, शतरंज आदि।

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Question 7:

नीचे कुछ दुर्घटनाओं के बारे में लिखा हुआ है; जैसे– 

(क) सड़क दुर्घटना –सड़क पर होती है।

(ख) ट्रेन दुर्घटना –ट्रेन की पटरी पर होती है।

(ग) हवाई दुर्घटना –धरती या आसमान कहीं भी हो सकती है।

(घ) नौका दुर्घटना –जल में हो सकती है।

इनके कारणों में मानवीय भूल, जानबूझकर और प्राकृतिक रूप से संबंधित कोई भी कारण हो सकता है। मान लो कि तुम्हारे आस-पास ऐसी कोई भी दुर्घटना घट जाती है तो तुम क्या-क्या करोगे?

(क) क्या तुम स्वयं को बचाओगे?

(ख) किसी और को बचाओगे?

(ग) किसी अन्य को बचने और बचाने का उपाय बताओगे?

(घ) किसी अन्य को उस दुर्घटना के बारे में बताओगे और बुलाओगे?

(ङ) क्या तुम चुपचाप रह जाओगे?

इसमें तुम जो भी करना चाहते हो, उसका कारण भी बताओ।

उत्तर :

(क) जब दुर्घटना अपने साथ ही घट रही है तो व्यक्ति को सबसे पहले स्वयं को बचाना चाहिए तभी वह औरों को बचा सकता है।

(ख) खुद को बचाकर फिर औरों को भी बचाएँगे।

(ग) दुर्घटना घटते समय यदि खुद दुर्घटना स्थल पर नहीं पहुँच पा रहे हैं तो पीड़ित व्यक्ति को उपाय बताएँगे।

(घ) दुर्घटना घटते समय यदि व्यक्ति को बचाना अकेले हमारे लिए सम्भव नहीं है तो हम किसी और को दुर्घटना के बारे में बताएँगे और बुलाएँगे।

(ङ) नहीं! हम चुपचाप नहीं रहेंगे। दुर्घटना ग्रस्त की मदद ज़रूर करेंगे चाहें जिस तरह कर सकें। इंसान होने के नाते हमारा मन कभी इस बात के लिए नहीं मानेगा कि हम किसी को इस तरह तकलीफ में छोड़कर चले जाएँ।

Page No 115:

Question 8:

"मेरा गला और आँखें सूज जाती हैं, मेरा चेहरा सूजन की वजह से बड़ा रहता है।"

ऊपर के वाक्य में सूज और सूजन शब्द का प्रयोग सार्थक ढंग से हुआ है। इसके साथ सूजना शब्द का प्रयोग भी किया जा सकता है। तुम भी अपने ढंग से कुछ ऐसे शब्दों की सूची बनाओ जिनके रूप में थोड़ा-बहुत अतंर हो तभी सार्थक ढंग से उसका प्रयोग किया जा सकता है; जैसे –टूट, टूटना, टूटन आदि।

उत्तर :

फैल

फैलना

फैलावट

भर 

भरना 

भरावट

सज 

सजना

सजावट

रूठ

रूठा 

रूठना

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