NCERT Solutions Class 8 विज्ञान Chapter- 3 (संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक)

NCERT Solutions Class 8 विज्ञान Chapter- 3 (संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक)

Solutions Class 8 विज्ञान Chapter- 3 (संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक)NCERT Solutions Class 8  विज्ञान 8 वीं कक्षा से Chapter-3 (संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक) के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी विज्ञान के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।

एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

Class 8 विज्ञान

पाठ-3 (संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक)

अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर 

पाठ-3 (संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक)

प्रश्न 1.

क्या आप कुछ प्राकृतिक रेशों के नाम बता सकते हैं?

उत्तर :

हाँ, प्राकृतिक रेशे कपास, रेशम और ऊन आदि हैं।


प्रश्न 2.

निम्नांकित सारणी को भरिए –

उत्तर :

प्राकृतिक और कृत्रिम रेशे –

वस्तु का नाम
रेशे का प्रकार 
प्राकृतिक/कृत्रिम
सूती कपड़े प्राकृतिक रेशे 
ऊनी स्वेटर प्राकृतिक रेशे 
नाइलॉन की  साड़ी कृत्रिम रेशे  
साडी सिल्क कीप्राकृतिक रेशे
बरसाती  कृत्रिम रेशे  

प्रश्न 3.

आपने कुछ वस्तुओं को कृत्रिम चिह्नित क्यों किया है?

उत्तर :

क्योंकि ये प्राकृतिक रेशे नहीं हैं। इन्हें मनुष्यों द्वारा बनाया गया है। ये कृत्रिम रूप से बनाए गए हैं। अतः मानव द्वारा निर्मित होने के कारण इन वस्तुओं को कृत्रिम चिह्नित किया है।


पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 33

नाइलॉन


प्रश्न 1.

क्या नाइलॉन के रेशे सचमुच इतने मजबूत होते हैं कि हम उससे पैराशूट और चट्टानों पर चढ़ने की रस्सी का निर्माण कर सकते हैं?

उत्तर :

हाँ, नाइलॉन के रेशे सचमुच बहुत मजबूत होते हैं। हम इनसे पैराशूट और चट्टानों पर चढ़ने की रस्सी का निर्माण कर सकते हैं।


पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 34

क्रियाकलाप 3.1


प्रश्न 1.

आँकड़ों को निम्नांकित सारणी की भाँति सारणीबद्ध करिए।

उत्तर :

प्रेक्षण सारणी

धागे/रेशे के प्रकारधागे को तोड़ने हेतु आवश्यक कुल भार
कपास 50 ग्राम 
ऊन 100 ग्राम 
रेशम 120 ग्राम 
नाइलॉन 200 ग्राम 

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 35


प्रश्न 1.

मेरी माँ सदैव पेट (PET) बोतलें और चावल तथा चीनी संचयन के लिए पेट जार खरीदती हैं। मैं जानने के लिए उत्सुक हूँ कि आखिर यह पेट क्या है?

उत्तर :

पेट (PET) एक प्रकार का पॉलिएस्टर है। इसका उपयोग बोतलें, बर्तन, फिल्म, तार तथा अन्य उपयोगी वस्तुओं के निर्माण हेतु किया जाता है।


प्रश्न 2.

चारों ओर दृष्टि घुमाइए और पॉलिएस्टर से निर्मित वस्तुओं की सूची बनाइए।

उत्तर :

पॉलिएस्टर से निर्मित वस्तुएँ-कमीज, पेण्ट, साड़ी, धागे, छाते, चादर, स्वेटर आदि।


प्रश्न 3.

ओह! अब मैं समझी कि मेरी माँ रसोई में काम . करते समय पॉलिएस्टर से बने वस्त्र क्यों नहीं पहनतीं?

उत्तर :

पॉलिएस्टर से बने वस्त्र गर्म करने पर पिघल जाते हैं। ये आग को शीघ्र पकड़ लेते हैं। रसोई घर में इन वस्त्रों में आग लगने का खतरा रहता है। आग लगने पर कपड़ा पिघल जाता है और पहनने वाले व्यक्ति के शरीर से चिपक जाता है। ये स्थिति बहुत कष्टदायक होती है। यही कारण है कि वह पॉलिएस्टर से बने वस्त्र रसोईघर में काम करते समय नहीं पहनी।


प्रश्न 4.

कल्पना करिए कि आज वर्षा का दिन है। आप किस प्रकार का छाता प्रयोग में लाएँगे और क्यों?

उत्तर :

हम संश्लेषित कपड़े से बना छाता प्रयोग में लायेंगे क्योंकि ये शीघ्र सूखते हैं, अधिक समय तक चलते हैं, कम महँगे होते हैं तथा आसानी से उपलब्ध और रख-रखाव में सुविधाजनक हैं।


पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 36


प्रश्न 1.

क्या संश्लेषित रेशे प्राकृतिक रेशों की अपेक्षा कम जल सोखते हैं? क्या वे सूखने में कम समय लेते हैं?

उत्तर :

हाँ, संश्लेषित रेशे प्राकृतिक रेशों की अपेक्षा कम जल सोखते हैं। हाँ, वे सूखने में कम समय लेते हैं।


प्रश्न 2.

यह क्रियाकलाप आपको संश्लेषित कपड़ों के गुणधर्मों के बारे में क्या बतलाता है?

उत्तर :

यह बतलाता है कि संश्लेषित रेशों से बने कपड़े सूखने में कम समय लेते हैं जबकि प्राकृतिक रेशों से बने कपड़े सूखने में अधिक समय लेते हैं। इसी प्रकार प्राकृतिक रेशों से बने कपड़े अधिक जल सोखते हैं जबकि संश्लेषित रेशों से बने कपड़े कम कम जल सोखते हैं।


प्रश्न 3.

अपने माता-पिता से इन कपड़ों के प्राकृतिक रेशों की तुलना में चिरस्थायित्व (टिकाऊपन), मूल्य और रख-रखाव के विषय में जानकारी प्राप्त कीजिए।

उत्तर :

संश्लेषित रेशों से बने कपड़े, प्राकृतिक रेशों से बने कपड़ों की तुलना में अधिक टिकाऊ, सस्ते और रख-रखाव में सुविधाजनक हैं।

प्लास्टिक


प्रश्न 4.

क्या आपको आश्चर्य नहीं होता कि यह कैसे सम्भव है?

उत्तर :

नहीं, क्योंकि प्लास्टिक को आसानी से साँचों में ढाला जा सकता है और इसका पुनःचक्रण हो सकता है। इसे पुनः प्रयुक्त किया जा सकता है। इसे रंगा और पिघलाया जा सकता है। इसे किसी भी रूप में ढालकर उपयोग में लाया जा सकता है।


प्रश्न 5.

क्या सभी प्लास्टिक वस्तुएँ सरलतापूर्वक मोड़ी जा सकती हैं?

उत्तर :

नहीं, सभी प्लास्टिक वस्तुएँ मोड़ी नहीं जा सकती।


पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 37

प्लास्टिक, हल्का, प्रबल और चिरस्थायी है –


प्रश्न 1.

किस पदार्थ की बनी बाल्टियाँ और मग आज आप उपयोग में ले रहे हैं?

उत्तर :

आजकल हम प्लास्टिक की बनी बाल्टियाँ और मग उपयोग में ले रहे हैं।


प्रश्न 2.

प्लास्टिक पात्रों को उपयोग में लाने के क्या लाभ हैं?

उत्तर :

प्लास्टिक पात्रों को उपयोग में लाने के निम्नलिखित लाभ हैं –

  1. प्लास्टिक पात्र बहुत हल्के, प्रबल और चिरस्थायी होते
  2. ये विभिन्न आकारों और साइजों में ढाले जा सकते हैं।
  3. ये धातुओं को पात्रों की अपेक्षा सस्ते होते हैं।
  4. ये उद्योगों और घरेलू कार्यों में विभिन्न उद्देश्यों हेतु उपयोग में लाए जा सकते हैं।


प्रश्न 3.

विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक पात्रों की सूची बनाइए जिन्हें आप दैनिक जीवन में उपयोग में लाते हैं।

उत्तर :

प्लास्टिक पात्र-बाल्टी, मग, गंगा सागर, पानी की टंकी, सामान ले जाने वाली थैलियाँ (कैरी बैग), पाइप, बर्तन, डस्टबिन, मेज, कुर्सी आदि।


पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 38


प्रश्न 1.

प्लास्टिक का निस्तारण एक प्रधान समस्या है। क्यों?

उत्तर :

प्लास्टिक एक जैव अनिम्नीकरणीय पदार्थ है जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं (जैसे-जीवाणुओं) द्वारा विघटित नहीं होता। इसलिए प्लास्टिक का निस्तारण एक प्रधान समस्या है।


पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 39


प्रश्न 1.

कुछ और तरीके भी सुझाइए जिनके द्वारा आप प्लास्टिक पदार्थों के उपयोग को कम करने में सहयोग दे सकते हैं।

उत्तर :

प्लास्टिक पदार्थों के उपयोग को कम करने के लिए हम 4R सिद्धान्त को अपना कर सहयोग दे सकते हैं। उपयोग करिए, पुनः उपयोग करिए, पुनः चक्रित करिये और पुनः प्राप्त करिए। हमें इस प्रकार की आदतें विकसित करनी चाहिए जो पर्यावरण हितैषी हों।


पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.

कुछ रेशे संश्लेषित क्यों कहलाते हैं?

उत्तर :

कुछ रेशे संश्लेषित इसलिए कहलाते हैं क्योंकि ये मनुष्यों द्वारा बनाए जाते हैं।


प्रश्न 2.

सही उत्तर को चिह्नित (✓) कीजिए –

रेयॉन एक संश्लेषित रेशा नहीं है, क्योंकि –

(क) इसका रूप रेशम समान होता है।

(ख) इसे काष्ठ लुग्दी से प्राप्त किया जाता है।

(ग) इसके रेशों को प्राकृतिक रेशों के समान बुना जा सकता है।

उत्तर :

(ख) इसे काष्ठ लुग्दी से प्राप्त किया जाता है।


प्रश्न 3.

उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. संश्लेषित रेशे ……. अथवा ……… रेशे भी कहलाते हैं।
  2. संश्लेषित रेशे कच्चे माल से संश्लेषित किए जाते हैं, है जो ……. कहलाता है।
  3. संश्लेषित रेशे की भाँति प्लास्टिक भी एक ………. है।

उत्तर :

  1. कृत्रिम, मानव निर्मित।
  2. संश्लेषण।
  3. बहुलक।


प्रश्न 4.

नाइलॉन रेशों से निर्मित दो वस्तुओं के नाम बताइए जो नाइलॉन रेशे की प्रबलता दर्शाती हों।

उत्तर :

  1. पैराशूट।
  2. चट्टानों पर चढ़ने वाली रस्सी।


प्रश्न 5.

खाद्य पदार्थों का संचयन करने हेतु प्लास्टिक पात्रों के उपयोग के तीन प्रमुख लाभ बताइए।

उत्तर :

प्लास्टिक पात्रों के उपयोग के प्रयुक्त लाभ:

  1. ये हल्के होते हैं।
  2. ये प्रबल होते हैं।
  3. ये चिरस्थायी होते हैं।


प्रश्न 6.

थर्मोप्लास्टिक और थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के मध्य अन्तर को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर :

थर्मोप्लास्टिक और थर्मोसेटिंग प्लास्टिक में अन्तर:

थर्मोप्लास्टिकथर्मोसेटिंग प्लास्टिक
यह ऐसा प्लास्टिक है जो गर्म करने पर आसानी से
विकृत हो जाता है और सरलतापूर्वक मुड़ जाता है। 
ये ऐसे प्लास्टिक हैं जिन्हें एक बार साँचे में ढाल दिया जाता है तो इन्हें ऊष्मा देकर नर्म नहीं किया जा सकता। 
जैसे – पॉलीथीन, पी.वी.सी. जैसे-बैकेलाइट, मेलामाइन। (PVC)

 

प्रश्न 7.

समझाइए,थर्मोसेटिंगप्लास्टिक से निम्नलिखित क्यों बनाए जाते हैं?

  1. डेगची के हत्थे।
  2. विद्युत् प्लग/स्विच/प्लग बोर्ड।

उत्तर :

  1. डेगची के हत्थे: थर्मोसेटिंग प्लास्टिक ऊष्मा का कुचालक है, इसलिए डेगची के हत्थे थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के बनाए जाते हैं।
  2. विद्युत् प्लग/स्विच/प्लग बोर्ड: क्योंकि थर्मोसेटिंग प्लास्टिक विद्युत् का कुचालक है, इसलिए विद्युत् प्लग/स्विच/ प्लगबोर्ड थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के बनाए जाते हैं।


प्रश्न 8.

निम्नलिखित पदार्थों को “पुनः चक्रित किए जा सकते हैं” और “पुनः चक्रित नहीं किए जा सकते हैं” में वर्गीकृत कीजिए –

टेलीफोन यन्त्र, प्लास्टिक के खिलौने, कुकर के हत्थे, सामग्री लाने वाले थैले, बॉल प्वॉइंट पेन, प्लास्टिक के कटोरे, विद्युत् तारों के प्लास्टिक आवरण, प्लास्टिक की कुर्सियाँ, विद्युत् स्विच।

उत्तर :

पदार्थ जो पुनः चक्रित किए जा सकते हैं – प्लास्टिक खिलौने, सामग्री लाने वाले थैले, बॉल प्वॉइंट पेन, प्लास्टिक के कटोरे, विद्युत् तारों के प्लास्टिक आवरण, प्लास्टिक की कुर्सियाँ। पदार्थ जो पुनः चक्रित नहीं किए जा सकते हैं – टेलीफोन यन्त्र, कुकर के हत्थे, विद्युत् स्विच।


प्रश्न 9.

राणा गर्मियों के लिए कमीजें खरीदना चाहता है। उसे सूती कमीजें खरीदनी चाहिए या संश्लेषित? कारण सहित राणा को सलाह दीजिए।

उत्तर :

राणा को गर्मियों के लिए सूती कमीजें खरीदनी चाहिए क्योंकि संश्लेषित कमीजें जल्दी गर्म हो जाती हैं और शरीर से चिपकने लगती हैं। इनके पहनने से पसीना भी अधिक आता है। ये हवा को अन्दर-बाहर नहीं आने देती हैं। इसके विपरीत सूती कमीजों से हवा अन्दर-बाहर आती-जाती है और पसीना सुखा देती है।


प्रश्न 10.

उदाहरण देकर प्रदर्शित कीजिए कि प्लास्टिक की प्रकृति असंक्षारक होती है।

उत्तर :

प्लास्टिक जल और वायु से अभिक्रिया नहीं करते, अतः इनका संक्षारण आसानी से नहीं होता। अतः इनकी प्रकृति असंक्षारक होती है।


उदाहरण:

घर में उपयोग में आने वाले प्लास्टिक के डिब्बे, बाल्टियाँ आदि को कई महीनों तक उपयोग में लाया जाता है उनमें न तो जंग लगती है और न ही उनके सामान्य रूप में बदलाव आता है।


प्रश्न 11.

क्या दाँत साफ करने के ब्रुश का हैण्डल और शूक (ब्रिस्टल) एक ही पदार्थ के बनाने चाहिए? अपना उत्तर स्पष्ट करिये।

उत्तर :

नहीं, दाँत साफ करने के ब्रुश का हैण्डल और शूक एक ही पदार्थ के नहीं बनाने चाहिए क्योंकि दाँत साफ करने के लिए नर्म वस्तु (नाइलॉन) की आवश्यकता होती है जिससे कि दाँत साफ करते समय दाँत और मसूड़ों को कोई नुकसान न हो। इसके विपरीत ब्रुश का हैण्डल सख्त वस्तु (प्लास्टिक) का होना चाहिए ताकि उसे आसानी से सही ढंग से पकड़ा जा सके।


प्रश्न 12.

“जहाँ तक सम्भव हो प्लास्टिक के उपयोग से बचिए”, इस कथन पर सलाह दीजिए।

उत्तर :

प्लास्टिक अनभिक्रियाशील, हल्का, प्रबल और चिरस्थायी होता है। यह ऊष्मा और विद्युत् का कुचालक है, इसलिये यह बहुत उपयोगी है, परन्तु प्लास्टिक जैव अनिम्नीकरणीय है यह प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा सरलता से विघटित नहीं होता है। इसलिए इसका प्रयोग करते समय 4R सिद्धान्त को ध्यान में रखना चाहिए:

  1. उपयोग कम करिए (Reduce)
  2. पुनः उपयोग करिए (Reuse)
  3. पुनः चक्रित करिए (Recycle)
  4. पुनः प्राप्त करिए (Recover)


प्रश्न 13.

कॉलम A के पदों का कॉलम B में दिए गए वाक्य खण्डों से सही मिलान कीजिए –

Solutions Class 8 विज्ञान Chapter- 3 (संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक)

उत्तर :

  1. → (d)
  2. → (c)
  3. → (a)
  4. → (b)


प्रश्न 14.

“संश्लेषित रेशों का औद्योगिक निर्माण | वास्तव में वनों के संरक्षण में सहायक हो रहा है।” टिप्पणी कीजिए।

उत्तर :

संश्लेषित रेशों को पौधों और जन्तुओं से प्राप्त नहीं किया जाता है। इन्हें रासायनिक पदार्थों का उपयोग करके बनाया जाता है। ये मानव निर्मित कृत्रिम रेशे हैं। इसलिए इनके निर्माण में पेड़-पौधों को काटने की आवश्यकता नहीं होती जबकि प्राकृतिक रेशों को प्राप्त करने के लिए पेड़-पौधों को काटना पड़ता है वहीं संश्लेषित रेशों के लिए इनकी आवश्यकता नहीं होती। अतः यह कहा जा सकता है कि संश्लेषित रेशों का औद्योगिक निर्माण वास्तव में वनों के संरक्षण में सहायक हो रहा है।


प्रश्न 15.

यह प्रदर्शन करने हेतु एक क्रियाकलाप का वर्णन करिए कि थर्मोप्लास्टिक विद्युत् का कुचालक है।

उत्तर :

थर्मोप्लास्टिक ऐसे प्लास्टिक हैं जो गर्म करने पर आसानी से विकृत हो जाते हैं और मुड़ जाते हैं। जैसे-पॉलिथीन, पीवीसी (PVC)। सर्वप्रथम हम थर्मोप्लास्टिक से बनी वस्तु, एक सेल और एक टॉर्च बल्ब लेकर विद्युत् परिपथ बनाते हैं। जब हम एक सेल के साथ एक बल्ब और एक थर्मोप्लास्टिक की वस्तु को चित्रानुसार जोड़ते हैं, तो हम देखते हैं कि बल्ब नहीं जलता है। यदि हम इस परिपथ में से थर्मोप्लास्टिक की वस्तु को हटा देते हैं तो बल्ब जलने लगता है। अतः इससे निष्कर्ष निकलता है कि थर्मोप्लास्टिक विद्युत् का कुचालक है इसमें होकर विद्युत् प्रवाहित नहीं होती है।

Solutions Class 8 विज्ञान Chapter- 3 (संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक)

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