NCERT Solutions Class 9 समकालीन भारत -I Chapter-2 (भारत का भौतिक स्वरुप )

NCERT Solutions Class 9 समकालीन भारत -I  Chapter-2 (भारत का भौतिक स्वरुप )

NCERT Solutions Class 9 समकालीन भारत -I  9 वीं कक्षा से Chapter-2 (भारत का भौतिक स्वरुप ) के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। 
हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी समकालीन भारत -I के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।
Solutions Class 9 समकालीन भारत -I  Chapter-2 (भारत का भौतिक स्वरुप )
एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

Class 9 समकालीन भारत -I 

पाठ-2 (भारत का भौतिक स्वरुप  )

अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर

पाठ-2 (भारत का भौतिक स्वरुप )

पृष्ठ संख्या: 11

1. महान हिमालय में पायी जाने वाली हिमानियों तथा दर्रों के नाम।

उत्तर- 

• हिमानियों के नाम: गंगोत्री, चतुरंगी, भागीरथी, खरक, सतोपंथ, कामेत, मिलम, पिंडारी

• दर्रों के नाम: खुन्जेराब दर्रा, शिपकी ला, रोहतांग दर्रा, दिहांग दर्रा, बोमाडी ला


2. भारत के उन राज्यों के नाम जहाँ ऊपर दिए गए ऊँचे शिखर स्थित हैं।

उत्तर- 

• कंचनजुंगा - सिक्किम

• नंगा पर्वत - जम्मू और कश्मीर

• नंदा देवी - उत्तराखंड

• कामेत - उत्तराखंड

• नमचा बड़वा - असम

ज्ञात कीजिए

1. एटलस से मसूरी, नैनीताल, व रानीखेत की स्थिति देखें तथा उन राज्यों के नाम लिखें जहाँ वे स्थित हैं।

उत्तर- 

• मसूरी - उत्तराखंड

• नैनीताल - उत्तराखंड

• रानीखेत - उत्तराखंड

पृष्ठ संख्या: 16

अभ्यास


1. निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए।

(i)  एक स्थलीय भाग जो तीन ओर से समुद्र से घिरा हो-

(क) थट

(ख) प्रायद्वीप

(ग) द्वीप

(घ) इनमें से कोई नहीं

उत्तर-  (ख) प्रायद्वीप


2. भारत के पूर्वी भाग में म्यांमार की सीमा का निर्धारण करने वाले पर्वतों का सयुंक्त नाम-

(क) हिमाचल

(ख) पूर्वांचल

(ग) उत्तराखंड

(घ) इनमें से कोई नहीं

उत्तर-  (ख) पूर्वांचल


3. गोवा के दक्षिण में स्थित पश्चिम तटीय पट्टी-

(क) कोरोमंडल

(ख) कन्नड

(ग) कोंकण

(घ) उत्तरी सरकार

उत्तर-  (ख) कन्नड


4. पूर्वी घाट का सर्वोच्च शिखर-

(क) अनाईमुडी

(ख) महेंद्रगिरि

(ग) कंचनजुंगा

(घ) खासी

उत्तर-  (ख) महेंद्रगिरि


2. निम्नलिखित प्रश्नों संक्षेप में उत्तर दीजिए-

(i) भूगर्भीय प्लेटें क्या हैं?

उत्तर- 

पृथ्वी के भूपटल का बड़ा हिस्सा जो कि लगातार उभरती धाराओं के कारण विभाजित हो गया है, उन्हें भूगर्भीय प्लेटें कहते हैं।

(ii) आज के कौन से महाद्वीप गोंडवाना लैंड के भाग थे?

उत्तर- 

साउथ अमेरिका, साउथ अफ्रीका, एशिया का भारतीय उपमहाद्वीप तथा अरब प्रायद्वीप, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका द्वीप गोंडवाना के भाग थे।


(iii) 'भाबर' क्या है?

उत्तर- 

 भाबर उत्तरी मैदान का संकरा क्षेत्र है जो कि नदी की धाराओं के साथ नीचे लाए गए कंकड़ों और पत्थरों से बना है। यह क्षेत्र शिवालिक की तलहटी से सटा है।


(iv) हिमालय के तीन प्रमुख विभागों के नाम उत्तर से दक्षिण के क्रम में बताइए?

उत्तर- 

महान या आंतरिक हिमालय या हिमाद्रि, हिमाचल या निम्न हिमालय, बाह्य हिमालय या शिवालिक।


(v) अरावली और विध्यांचल की पहाड़ियों में कौन-सा पठार स्थित है?

उत्तर- 

मालवा पठार अरावली और विध्यांचल की पहाड़ियों में स्थित है।


(vi) भारत के उन द्वीपों का नाम बताइए प्रवाल भित्ति के हैं।

उत्तर- 

दीपों का समूह लक्षद्वीप प्रवाल भित्ति का है।


3. निम्नलिखित में अंतर् स्पष्ट कीजिए-

(क) अपसारी और अभिसारी भूगर्भीय प्लेटें

(ख) बांगर और खादर

(ग) पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट

उत्तर- 

(क)
अपसारी भूगर्भीय प्लेटअभिसारी भूगर्भीय प्लेट
जब प्लेटें एक-दूसरे से दूर जाती हैं तो उन्हें अपसारी भूगर्भीय प्लेटें कहा जाता है। जब प्लेटें एक-दूसरे के करीब आती हैं तो उन्हें अभिसारी भूगर्भीय प्लेटें कहा जाता है। 
दूर जाने की स्थिति में प्लेटें एक-दूसरे से टकरातीं या टुकड़ों में नहीं बँटती हैं। दूर जाने की स्थिति में प्लेटें एक-दूसरे से टकरातीं या टुकड़ों में बँट जातीं हैं। 
आपसारी प्लेटों के कारण भूपटल पर दरार पड़ जाता है। अभिसारी प्लेटों के कारण मोड़ पड़ जाता है। 

(ख)

भांगरखादर
यह पुरानी जलोढ़ मिट्टी है जो उत्तरी मैदान के विशालतम भाग को बनाती है।  बाढ़ वाले मैदानों के नए तथा युवा निक्षेप जिनका लगभग प्रत्येक वर्ष पुननिर्माण होता है। 
नदियों के बाढ़ वाले मैदान के ऊपर स्थित हैं। नदियों के निचले हिस्से में स्थित हैं। 
वेदिका जैसी आकृति प्रदर्शित करते हैं। मृदा में चूनेदार निक्षेप पाए जाते हैं, जिसे स्थानीय भाषा में कंकड़ कहा जाता है।  
कम उपजाऊ  ज्यादा उपजाऊ

(ग)

पश्चिमी घाटपूर्वी घाट
दक्षिण के पठार के पश्चिमी सिरे पर स्थित है। दक्षिण के पठार के पूर्वी सिरे पर स्थित है। 
सतत् है और केवल दर्रों के द्वारा ही पार किया जा सकता है। सतत् नहीं है, अनियमित हैं एवं बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियों ने इनको काट दिया है। 
पूर्वी घाटी के अपेक्षा ऊँचे हैं, इनकी औसत ऊँचाई 900 से 1600 मीटर है। पश्चिमी घाटी के अपेक्षा छोटे हैं, इनकी औसत ऊँचाई 600 मीटर है। 
पश्चिमी घाटी में पर्वतीय वर्षा होती है जो घाट के पश्चिमी ढाल पर आद्र हवा के टकराकर ऊपर उठने के कारण होती है। यह ज्यादातर वर्षा ठंड के मौसम के समय में उत्तर-पूर्वी मानसून द्वारा प्राप्त करती हैं। पश्चिमी घाटी के अपेक्षा यहाँ कम वर्षा होती है। 
मिट्टी ज्यादा उपजाऊ होती है। पश्चिमी घाट के अपेक्षा मिट्टी कम उपजाऊ होती है। 

4. बताइए हिमालय का निर्माण कैसे हुआ था?

उत्तर-

संवहनीय धाराओं ने भू-पर्पटी को अनेक टुकड़ों में विभजित कर दिया। इस प्रकार भारत-ऑस्ट्रेलिया की प्लेट गोंडवाना भूमि से अलग होने के बाद उत्तर दिशा की ओर प्रवाहित होने लगा, परिणामस्वरूप ये प्लेट अपने से अधिक विशाल प्लेट, यूरेशियन प्लेट से टकराई। इस टकराव के कारण इन दोनों प्लेटों के बीच स्थित ‘टेथित’ भू-अभिनति के अवसादी चट्टान, वलित होकर हिमालय तथा पश्चिम एशिया की पर्वतीय श्रृंखला के रूप में विकसित हो गए।

5. भारत के प्रमुख भू-आकृतिक विभाग कौन से हैं? हिमालय क्षेत्र तथा प्रायद्वीप पठार के उच्चावच लक्षणों में क्या अंतर है?

उत्तर-

भारत के प्रमुख भू-आकृतिक विभाग हैं-

→ हिमालय पर्वत-श्रृंखला

→ उत्तरी मैदान

→ प्रायद्वीप पठार

→ भारतीय मरूस्थल

→ तटीय मैदान

→ द्वीप समूह

हिमालय क्षेत्रप्रायद्वीपीय पठार
यह भूगर्भीय रूप से युवा एवं बनावट के दृष्टिकोण से वलित पर्वत श्रृंखला है। इसका निर्माण गोंडवाना भूमि के टूटने के कारण हुआ है जो  पुराने क्रिस्टलीय, आग्नेय तथा रूपांतरित शैलों से बना है। 
इस पर्वत श्रृंखला में ऊँचे शिखर, गहरी घाटियाँ तथा तेज बहने वाली नदियाँ हैं। इस पठारी भाग में चौड़ी तथा छिछली घाटियाँ एवं गोलाकार पहाड़ियाँ हैं। 
यह क्षेत्र बारहमासी नदियों का उद्गम स्थल है।इस क्षेत्र में वर्षा पर आधारित मौसमी नदियों का उद्भव होता है।  
श्रृंखलाएँ (I) आकार तथा घाटियाँ (u) आकार की होती हैं। इस क्षेत्र में खंडित और दरारों वाली घाटियाँ तथा द्रोण है। 
भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार हिमालय पर्वत एक अस्थिर भाग है। यह क्षेत्र एक स्थिर भाग माना जाता है। 

6. भारत के उत्तरी मैदान का वर्णन कीजिए।

उत्तर-

उत्तरी मैदान तीन प्रमुख नदी प्रणालियों- सिन्धु, गंगा एवं ब्रह्मपुत्र तथा इसकी सहायक नदियों से बना है| यह मैदान जलोढ़ मृदा से बना है। लाखों वर्षों में हिमालय के गिरिपाद में स्थित बहुत बड़े बेसिन में जलोढ़ों का निक्षेप हुआ, जिससे इस उपजाऊ मैदान का निर्माण हुआ है। इसका विस्तार 7 लाख वर्ग कि.मी. के क्षेत्र पर है तथा लगभग 2,400 कि.मी. लंबा एवं 240 से 320 कि.मी. चौड़ा है। उत्तरी मैदान को मोटे तौर पर तीन उपवर्गों में विभाजित किया गया है:- पंजाब का मैदान, गंगा का मैदान और ब्रह्मपुत्र का मैदान। उत्तरी मैदान की भूमि समतल नहीं है। इन विस्तृत मैदानों की भौगोलिक आकृतियों में भी विविधता है। आकृतिक भिन्नता के आधार पर उत्तरी मैदानों को चार भागों में भी विभाजित किया जा सकता है – भाबर, तराई, भांगर तथा  खादर।

7. निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियां लिखें।

(i) मध्य हिमालय - हिमाद्रि के दक्षिण में स्थित यह श्रृंखला सबसे अधिक असम है। इन श्रृंखलाओं का निर्माण मुख्यतः अत्यधिक संपीडित तथा परिवर्तित शैलों से हुआ है। इनकी ऊँचाई 3,700 मीटर से 4,500 मीटर के बीच तथा औसत चौड़ाई 50 कि.मी. है। पीर पंजाल श्रृंखला, धौलाधर एवं महाभारत श्रृंखलाएँ सबसे लंबी तथा सबसे महत्वपूर्ण श्रृंखला है। इसी श्रृंखला में कश्मीर की घाटी तथा हिमाचल के कांगड़ा एवं कुल्लू की घाटियाँ स्थित है| इस क्षेत्र को पहाड़ी नगरों के लिए जाना जाता है।

(ii) मध्य उच्चभूमि- नर्मदा नदी के उत्तर में प्रायद्वीपीय पठार का वह भाग जो कि मालवा के पठार के अधिकतर भागों पर फैला है उसे मध्य उच्चभूमि के नाम से जाना जाता है। विंध्य श्रृंखला दक्षिण में मध्य उच्चभूमि तथा उत्तर-पश्चिम में अरावली से घिरी है। पश्चिम में यह धीरे-धीरे राजस्थान के बलुई तथा पथरीले मरूस्थल से मिल जाता है। इस क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ हैं- चम्बल, सिंध, बेतवा तथा केन। मध्य उच्चभूमि पश्चिम में चौड़ी लेकिन पूर्व में संकीर्ण है| इस पठार के पूर्वी विस्तार को स्थानीय रूप से बुंदेलखंड तथा बघेलखंड के नाम से जाना जाता है। इसके और पूर्व के विस्तार को दामोदर नदी द्वारा अपवाहित छोटा नागपुर पठार दर्शाता है।

(iii) भारत के द्वीप समूह- भारत में दो मुख्य द्वीप समूह हैं- लक्षद्वीप तथा अंडमान और निकोबार द्वीप। केरल के मालाबार तट के पास द्वीपों का समूह लक्षद्वीप स्थित है। द्वीपों का यह समूह छोटे प्रवाल द्वीपों से बना है। पहले इनको लकादीव, मीनीकाय तथा एमीनदीव के नाम से जाना जाता था। यह 32 वर्ग कि.मी. के छोटे से क्षेत्र में फैला है। कावारत्ती द्वीप लक्षद्वीप का प्रशासनिक मुख्यालय है। अंडमान और निकोबार द्वीप बंगाल की खाड़ी में उत्तर से दक्षिण के तरफ फैले द्वीपों की श्रृंखला है। यह द्वीप समूह आकर में बड़े संख्या में बहुल तथा बिखरे हुए हैं। यह द्वीप समूह मुख्यतः दो भागों में बाँटा गया है- उत्तर में अंडमान तथा दक्षिण में निकोबार। यह द्वीप समूह निमज्जित पर्वत श्रेणियों के शिखर हैं।

मानचित्र कार्य

8. भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित दिखाइए-

(i) पर्वत शिखर- के-2, कन्चंजुंगा, नंगा पर्वत, अनाईमुडी।

(ii) पठार- शिलांग, छोटानागपुर, मालवा तथा बुन्देलखंड।

(iii) थार मरूस्थल, पश्चिमी घाट, लक्षद्वीप समूह, गंगा-यमुना दोआब तथा कोरोमंडल तट।

उत्तर-

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क्रियाकलाप

9. दी गई वर्ग पहेली में कुछ शिखरों, दर्रों, श्रेणियों, पठारों, पहाड़ियाँ तथा घाटियों के नाम छुपे हैं| उन्हें ढूँढिये| ज्ञात कीजिए कि ये आकृतियाँ कहाँ स्थित है? आप अपनी खोज क्षैतिज, उर्ध्वाधर या विकर्णीय दिशा में कर सकते हैं।

नोट: पहेली के उत्तर अंग्रेज़ी शब्दों में है।

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उत्तर-

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Vertical

CHOTANAGPUR

ARAVALI

KONKAN

JAINTIA

MALWA

NILGIRI

SHIPKILA

VINDHYA

BOMDILA

SAHYADRI

SATPURA


Horizontal

NATHULA

CARDEMOM

GARO

KANCHENJUNGA

ANAIMUDI

EVEREST

PATLI

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