NCERT Solutions Class 11 Hindi आरोह Chapter 6 - चंपा काले-काले अच्छर नहीं चीन्हती

NCERT Solutions Class 11 Hindi आरोह Chapter 6 - चंपा काले-काले अच्छर नहीं चीन्हती

NCERT Solutions Class 11  आरोह  11 वीं कक्षा से Chapter-6 चंपा काले-काले अच्छर नहीं चीन्हती के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। 
हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी आरोह के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।
Solutions class 11 Core hindi आरोह Chapter 6 - चंपा काले-काले अच्छर नहीं चीन्हती


एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

Class 11 Core hindi आरोह

पाठ-6 चंपा काले-काले अच्छर नहीं चीन्हती

अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर

पृष्ठ संख्या: 162

कविता के साथ

प्रश्न 1. चंपा ने ऐसा क्यों कहा कि कलकत्ता पर बजर गिरे?

उत्तर
बजर यानी बिजली गिरने का आशय है नष्ट होना| चंपा गुस्से में कहती है कि कलकत्ता पर बजर गिरे क्योंकि वहाँ जो भी पैसे कमाने जाता है वहाँ की चकाचौंध में खो जाता है और वापस लौटकर नहीं आता| उसके गाँव में भी कई औरतों को इस वियोग का दुःख सहना पड़ रहा है| इसलिए वह कहती है कि कलकत्ता का सत्यानाश हो|

प्रश्न 2. चंपा को इसपर क्यों विश्वास नहीं होता कि गांधी बाबा ने पढ़ने-लिखने की बात कही होगी?

उत्तर
चंपा पढ़ाई-लिखाई के विरोध में है जबकि कवि उसे बताते हैं कि गाँधी जी पढ़ाई के समर्थक हैं| गाँव में पढ़ने-लिखने को अच्छा नहीं समझा जाता था जबकि चंपा के अनुसार गाँधी जी तो अच्छे आदमी थे| इसलिए चंपा को विश्वास नहीं होता कि गांधी बाबा ने पढ़ने-लिखने की बात कही होगी|

प्रश्न 3. कवि ने चंपा की किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?

उत्तर
कविता में कवि ने चंपा की निम्नलिखित विशेषताओं का उल्लेख किया है :
• चंपा शरारती तथा नटखट स्वभाव की लड़की है|
• वह एक मुंहफट लड़की है जो बिना सोचे-समझे कुछ भी बोल देती है|
• वह गाँव में रहने वाली एक भोली और अबोध लड़की है|
• गाँधी जी प्रति उसके मन में बहुत सम्मान है|
• वह एक मेहनती लड़की है जो चरवाहे का काम करती है|

प्रश्न 4. आपके विचार से चंपा ने ऐसा क्यों कहा होगा कि मैं तो नहीं पढूंगी?

उत्तर
चंपा जिस गाँव में रहती है वहाँ लड़कियों का पढ़ना-लिखना अच्छा नहीं समझा जाता| यही बात उसके मन में घर कर गई होगी कि पढ़े-लिखे लोग अछे नहीं होते| इसलिए उसने ऐसा कहा होगा की वह नहीं पढ़ेगी|

कविता के आस-पास

प्रश्न 1. यदि चंपा पढ़ी-लिखी होती तो कवि से कैसे बातें करती?

उत्तर
यदि चंपा पढ़ी-लिखी होती तो वह कवि से ऐसे प्रश्न नहीं पूछती कि किताबों में लिखे अक्षरों को कैसे पढ़ा जाता है| कवि के पढ़ते समय बदमाशी नहीं करती और उनके लिखने-पढ़ने की सामग्री को नहीं चुराती| वह कवि के साथ ज्ञान भरी बातें करती और समझदारी के साथ उनके बातों को सुनती|

प्रश्न 2. इस कविता में पूर्वी प्रदेशों की स्त्रियों की किस विडंबनात्मक स्थिति का वर्णन हुआ है?

उत्तर
इस कविता में कवि ने पूर्वी प्रदेशों की स्त्रियों के अबोधता, निष्कपट तथा सरल व्यवहार का वर्णन किया है| उन्हें पढ़ाई-लिखाई का महत्व समझ में नहीं आता| वे गाँव की परंपराओं को पूरे निष्ठा के साथ निभाती हैं, भले ही इसके लिए उन्हें अपने पति से दूर ही क्यों न रहना पड़े| वे चहारदीवारी में रहकर ही अपना जीवन व्यतीत करती हैं और बाहरी दुनिया से कोई मतलब नहीं रखतीं| कवि ने पूर्वी प्रदेशों की स्त्रियों की इन्हीं विडंबनात्मक स्थितियों का वर्णन किया है|

प्रश्न 3. संदेश ग्रहण करने और भेजने में असमर्थ होने पर एक अनपढ़ लड़की को किस वेदना और विपत्ति को भोगना पड़ता है? अपनी कल्पना से लिखिए|

उत्तर
संदेश ग्रहण करने और भेजने में असमर्थ होने पर एक अनपढ़ लड़की को कई परेशानियों को झेलना पड़ता है| यदि उसे कोई संदेश अपने परिजनों तक पहुँचानी हो तो उसे किसी अन्य का सहारा लेना पड़ता है| किसी परिजन के द्वारा भेजे गए संदेश को वह स्वयं नहीं पढ़ सकती| इसके लिए भी उसे ऐसे व्यक्ति की जरूरत होती है जो इस काम में उसकी सहायता करे|

एनसीईआरटी सोलूशन्स क्लास 11 आरोह पीडीएफ

    (अ) काव्य भाग

        (ब) गद्य भाग