NCERT Solutions Class 12 समाजशास्त्र (भारत में सामाजिक परिवर्तन एवं विकास) Chapter-1 संरचनात्मक परिवर्तन

NCERT Solutions Class 12 समाजशास्त्र (भारत में सामाजिक परिवर्तन एवं विकास) Chapter-1 संरचनात्मक परिवर्तन

NCERT Solutions Class 12 समाजशास्त्र (भारत में सामाजिक परिवर्तन एवं विकास) 12 वीं कक्षा से Chapter-1 संरचनात्मक परिवर्तन के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। 
हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी  समाजशास्त्र Sociology के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।
Solutions Class 12 समाजशास्त्र (भारत में सामाजिक परिवर्तन एवं विकास) Chapter-1 संरचनात्मक परिवर्तन


CBSE एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

Class 12 समाजशास्त्र Sociology

पाठ-1 संरचनात्मक परिवर्तन

1. उपनिवेशवाद का हमारे जीवन पर किस प्रकार का प्रभाव पड़ा है? आप या तो किसी एक पक्ष जैसे संस्कृति या राजनीति को केंद्र में रखकर, या सारे पक्षों को जोड़कर विश्लेषण कर सकते हैं?

उत्तर- उपनिवेशवाद का हमारे जीवन पर इस प्रकार का प्रभाव पड़ा है :

• ब्रिटिश उपनिवेशवाद (पूँजीवाद) ने सीधे तौर पर निजी लाभ तथा ब्रिटिश पूँजीवाद के हितों पर अपना ध्यान केंद्रित किया।

• सभी नीतियों का उद्देश्य ब्रिटिश पूँजीवाद को विस्तारित तथा मज़बूत करना था।

उसने कृषिगत भूमि के नियमों में भी बदलाव किए-

1. इसने भूमि के स्वामित्व में बदलाव किए तथा साथ ही इस नीति ने यह भी निर्धारित किया कि कौन-सी फसल का उत्पादन किया जाना चाहिए तथा किसका नहीं?

2. इनकी द्वारा वस्तुओं के उत्पादन तथा वितरण की पद्धति में भी बदलाव किए।

3. इसने विनिर्माण क्षेत्रों में भी हस्तक्षेप किया।

4. इसके कारण जंगलों का सफाया कर,वहाँ बगान लगाना प्रारंभ कर दिया।

5. उपनिवेशवाद ने वन अधिनियम लागू किया। इसके कारण जनजातियों तथा चरवाहों के जीवन में बदलाव आया।

6. इसने लोगों को भारत के एक भाग से दूसरे भाग तक आने-जाने को भी सुगम बनाया। इस कारण लोगों में जागरूकता बढ़ी तथा ब्रिटिश उपनिवेशवाद के विरुद्ध असंतोष और मुखर हुआ।

उपनिवेशवाद ने हमारे सांस्कृतिक तथा राजनीतिक जीवन प्रभावित किया। गतिशीलता तथा आधुनिक विचारधारा को अपनाने के कारण लोगों ने स्वतंत्रता तथा मानवाधिकारों के बारे में सोचना प्रारंभ किया। इसने भारतीय स्वतंत्रता आदोलन की नींव को तैयार किया।उपनिवेशवाद का एक महत्वपूर्ण सामाजिक प्रभाव भी था। जैसे कि भारतीय मध्यम वर्ग की जीवन शैली में परिवर्तन आया। इनके खानपान, भाषा तथा पहनावे में भी परिवर्तन आया।उपनिवेशवाद का भारतीय समाज पर पड़ने वाला राजनीतिक प्रभाव बहुत ही गहरा था। इसने हमारे राष्ट्रीय आदोलन, राजनीतिक पद्धति, संसदीय तथा विधिक पद्धति, संविधान, शिक्षा पद्धति तथा पुलिस यातायात के नियम तथा कुल मिलाकर पूरे राजनीतिक संरचना में उपनिवेशवाद के कारण बदलाव आए।

2. औद्योगीकरण और नगरीकरण का परस्पर संबंध है। विचार करें।

उत्तर- औद्योगीकरण का संबंध यांत्रिक उत्पादन के उदय से है, जो शक्ति के गैरमानवीय संसाधन; जैसे-वाष्प या विद्युत पर निर्भर होता है।

• औद्योगिक, समाज की एक प्रमुख विशेषता मानी जाती है इसमें लोग कृषि के बजाय अधिक संख्या में कारखानों, ऑफ़िसों और दुकानों में काम करते हैं।

• 90 प्रतिशत से भी अधिक लोग कस्बों और शहरों में रहते हैं। ब्रिटेन का समाज औद्योगीकरण से गुजरने वाला पहला समाज था। अत: सबसे पहले ग्रामीण से रूपांतरित होकर नगरीय देश बना।
• ब्रिटिश शासन काल के दौरान कुछ क्षेत्रों में औधोगीकरण के कारण पुराने नगरीय केन्द्रों का क्षरण हुआ
• उपनिवेशी काल में पुराने नगरीय केंद्रों का क्षरण हुआ तथा नए उपनिवेशवादी नगर बस गए। उदाहरणार्थ, सूरत तथा मसुलीपट्नम ने अपना आकर्षण खो दिया तथा मुंबई तथा चेन्नई महत्वपूर्ण शहर बनकर उभरे।
• ब्रिटेन में निर्माण क्षेत्रों में तेजी के साथ ही भारत के परंपरागत, निर्यातक वस्तुओं रेशम तथा कपास के उत्पादन तथा निर्यात में गिरावट आई क्योंकि ये 'मैनचेस्टर' की प्रतियोगिता नहीं कर सकते थे।
• उन्नीसवीं शताब्दी के अंत में, भारत के कुछ शहरों में औद्योगीकरण के कारण उनकी जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हुई।
• पूर्वी भारत के उन क्षेत्रों के अतिरिक्त यहाँ ब्रिटिश का आगमन जल्दी तथा सघन था, दूसरे क्षेत्र अधिक समय तक इससे अप्रभावित रहे। उदाहरणार्थ-सुदूर गाँवों की ग्रामीण शिल्पकला इससे काफी समय तक अप्रभावित रही। इन पर प्रभाव तभी पड़ा जब रेलवे का विस्तार हुआ।
• स्वतत्रता प्राप्ति के बाद भारत सरकार ने औद्योगीकरण के संरक्षण तथा संवर्द्धन के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए।
• उदारीकरण व्यवस्था के द्वारा ही वर्तमान में शहरों का तीव्र विकास हुआ है।