NCERT Solutions class 12 भूगोल Chapter 8 - निर्माण उद्योग

NCERT Solutions class 12 भूगोल  Chapter 8 - निर्माण उद्योग

NCERT Solutions Class 12 भूगोल 12 वीं कक्षा से Chapter 8 निर्माण उद्योग के महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। 

हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स भूगोल के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।
Solutions class 12 भूगोल  Chapter 8 - निर्माण उद्योग



CBSE Class 12 Geography

Important Questions

(भाग 2)

पाठ 8

निर्माण उद्योग

संक्षेप के उत्तर दें

प्र-1 राउरकेला इस्पात संयन्त्र किस देश की सहायता से बना?

उत्तर- जर्मनी।

प्र-2 भिलाई इस्पात संयन्त्र की स्थापना कब हुई?

उत्तर- 1959 में।

प्र-3 बोकारो इस्पात संयन्त्र कब और किस के सहयोग से बना?

उत्तर- 1964 में रूस के सहयोग से ।

प्र-4 किस इस्पात संयन्त्र की स्थापना परिवहन लागत न्यूनीकरण सिद्धान्त के आधार पर की गई?

उत्तर- बोकारो इस्पात संयंत्र ।

प्र-5 भारत में पहली आधुनिक सूती वस्त्र मिल कब और कहाँ लगी?

उत्तर- 1854 में मुम्बई में ।

प्र-6 टाटा लोहा और इस्पात कम्पनी को जल प्रदान करने वाली दोनों नदियों के नाम बताइए। (बोर्ड परीक्षा 2013)

उत्तर- स्वर्णरेखा और खारकोई।

प्र-7 विजयनगर इस्पात संयंत्र कहाँ स्थित है?

उत्तर- हॉस्पेट (कर्नाटक) में।

प्र-8 सेलम इस्पात संयंत्र कब चालू किया गया?

उत्तर-1982 में।

प्र-9 भारत में किस राज्य में सूती मिलों की संख्या सबसे अधिक है?

उत्तर- तमिलनाडु।

प्र-10 तमिनाडु में सूती मिलो का सबसे महत्वपूर्ण केन्द्र कौन सा है?

उत्तर- कोयम्बटूर।

प्र-11 आधुनिक आधार पर चीनी उद्योग का विकास कब शुरू हुआ?

उत्तर- 1903 में।

प्र-12 भारत में पहली जूट मिल की स्थापना कब और कहाँ हुई?

उत्तर- सन् 1855 में रिशरा (पश्चिम बंगाल) में ।

प्र-13 नेशनल आर्गेनिक केमिकल्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड की स्थापना कब और कहाँ हुई?

उत्तर- 1961 में मुबई में।

प्र-14 सेन्ट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का मुख्य कार्य क्या है?

उत्तर- पैट्रोकेमिकल उद्योग में प्रशिक्षण प्रदान करना ।

प्र-15 1869 में स्वेज नहर के निर्माण में भारत के किस पत्तन को प्रोत्साहन मिला?

उत्तर- मुम्बई पत्तन।

प्र-16 जलयान निर्माण उद्योग कब और कहाँ प्रारम्भ हुआ?

उत्तर- 1941 में विशाखापट्नम में ।

लघु प्रश्नोत्तर

प्र-1नई औद्योगिक नीति की घोषणा कब की गई? इस नीति के चार मुख्य उद्देश्यों का वर्णन कीजिए?

उत्तर- नई औद्योगिक नीति की घोषणा 1991 में की गई । इस नीति के प्रमुख उद्देश्य:-
(1) अब तक प्राप्त किए गए लाभ को बढ़ाना ।
(2) पुरानी औद्योगिक नीति की कमियों को दूर करना ।
(3) उत्पादकता और लाभकारी रोजगार में स्वपोषित वृद्धि को बनाए रखना।
(4) अन्तर्राष्ट्री प्रतियोगिता प्राप्त करना ।

प्र-2 लोहा इस्पात उद्योग किसी देश के औद्योगिक विकास का आधार है। ऐसा क्यों?

उत्तर- लोहा इस्पात उद्योग आधुनिक औद्योगीकरण की नीव है।

• यह उद्योग कई उद्योगों को आधारभूत सामान प्रदान करता है।
• यह आधुनिक मशीनों, परिवहन तथा यन्त्रों का आधार है । इसलिए     इस ‘उद्योगों की कुंजी' भी कहा जाता है ।

प्र-3 सूती वस्त्र उद्योग के दो सेक्टरों के नाम बताओ।

उत्तर- दो सेक्टर हैं - हथकरघा सेक्टर और विद्युत - करघा सेक्टर ।

हथकरघा सैक्टर - रथानिक श्रम तथा कच्चे माल पर निर्भर करता है तथा इसका उत्पादन भी सीमित है ।
विद्युत - करघा सेक्टर में कपड़ा मशीनों द्वारा उत्पादति किया जाता है । यह सेक्टर देश के कुल उत्पादन का 50 प्रतिशत भाग उत्पादित करता है।

प्र-4 छोटा नागपुर औद्योगिक प्रदेश को किन भौगोलिक परिस्थितियों ने विकसित किया है। तीन बिन्दुओं में वर्णन करे ।

उत्तर- 1. छोटा नागपुर औद्योगिक प्रदेश झारखंड, उत्तरी उड़ीसा और पश्चिमी बंगाल में फैला हुआ है । इस प्रदेश में कोयला, लोह अयस्क तथा अन्य खनिजों की पर्याप्त मात्रा पास - पास पाय जाने के कारण ही भारी उद्योगों को लगाने में सुविधा हुई है।
2. जल एवंज ल विद्युत शक्ति की प्राप्ति दामोदर घाटी परियोजना से होती है । सस्ते श्रमिक आस पास के क्षेत्रों से सुलभ हो जाते है।
3. भारी इंजिनियरिंग, लोह इस्पात संयंत्र, उर्वरक, सीमेंट, कागज, रेल इंजन और भारी विद्युत उद्योग, मशीन औजार आदि इस प्रदेश के महत्वपूर्ण उद्योग है । राँची, धनबाद, सिंदरी, हजारीबाग, जमशेदपुर, दुर्गापुर, राऊरकेला, आसनसोल, बोकारो और डालमिया नगर महत्वपूर्ण औद्योगिक नगर है ।

प्र-5 चीनी उद्योग एक मौसमी उद्योग क्यों है?

उत्तर- चीनी उद्योग एक मौसमी उद्योग है क्योंकि -

1) इसका खेत के काटने के 24 घंटे के अंदर की पेरा जाए (रस निकालना) तो अधिक चीनी की मात्रा प्राप्त होती है।
2) शुष्क ऋतु में गन्ने को खेत में नही रखा जा सकता । सूखने पर चीनी की मात्रा कम हो जाती है । इसलिए इसे काट कर फौरन मिलों तक भेजा जाना जरूरी है। मिले केवल उस मौसम में कार्य करती हैं जब उसे काटा जाता है।

प्र-6 विनिर्माण उद्योग से आप क्या समझते हैं?

उत्तर- कच्चे माल को मशीनों की सहायता से, रूप बदल कर अधिक उपयोगी तैयार माल प्राप्त करने की क्रिया को निर्माण उद्योग कहते हैं । इसमें वस्तु का रूप तो बदल ही जाता है, साथ ही वह अधिक उपयोगी भी हो जाती है और निर्माण द्वारा उस पदार्थ की मूल्य - वृद्धि भी हो जाती है । कपास से धागा व कपड़ा बनने से कपास के मूल्य में वृद्धि हो जाती है।

प्र-7 भारी उद्योग किसे कहते हैं? उदाहरण दो।

उत्तर- खनिज पदार्थों का उपयोग करने वाले आधारभूत उद्योगों को भारी उद्योग कहते हैं । इन उद्योगों में लगने वाला कच्चा माल भी भारी होता है तथा उत्पाद भी । ये उद्योग किसी भी देश के औद्योगीकरण की आधारशिला है । जैसे - लौह - इस्पात उद्योग, मशीनरी उद्योग, इजीनियरिंग सामान बनाने के उद्योग भारी उद्योगों में गिने जाते हैं।

प्र-8 भारत की नई औद्योगिक नीति (1991) में किए गए छः उपायों का वर्णन करें?

उत्तर- 1) औद्योगिक लाइसेंस व्यवस्था का समापन
2) विदेशी तकनीकी का नि: शुल्क प्रवेश
3) विदेशी निवेश नीति
4) पूंजी बाजार की सुलभता
5) खुला बाजार
6) औद्योगिक अवस्थिति कार्यक्रम का उदारीकरण - इस नीति में उदारीकरण, निजिकरण और वैश्वीकरण शमिल है।

प्र-9 भारत में सूचना प्रौद्योगिकी क्रान्ति प्रभाव क्या है?

उत्तर- भारत में सूचना प्रौद्योगिकी क्रान्ति ने आर्थिक और सामाजिक रूपान्तरण के लिए नई संभावनाएं उत्पन्न कर दी है । भारतीय साफ्टवेयर उद्योग यहां की अर्थव्यवस्था में सबसे तेजी से विकसित हुए सेक्टरों में से एक है। भारत में सॉफ्टवेयर उद्योग को उद्यम उत्पाद उपलब्ध कराने में असाधार प्रतिष्ठा प्राप्त हो चुकी है । बड़ी संख्या में कार्यरत अधिकांश बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के या तो सॉफ्टवेयर विकास केन्द्र अथवा अनुसंधान विकास केन्द्र अथवा अनुसंधान विकास केन्द्र भारत में है। इस विकास का मुख्य प्रभाव रोजगार अवसर के सृजन पर पड़ा है जो प्रतिवर्ष लगभग दुगुना हो रहा है।

विस्तृत प्रश्नोत्तर

प्र-1 भारत में चीनी मिले गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में क्यों संकेद्रित है? किन्हीं पाँच कारणों को स्पष्ट करें?

उत्तर- 1. चीनी मिलों के लिए कच्चा माल गन्ना भार हास वाली फसल है । अतः इसकी कटाई व पिराई लगभग साथ - साथ होनी चाहिए । अधिक देर होने पर गन्ने का रस सूख जाता है और खराब हो जाता है ।
2. गन्ने को खेतों से अधिक दूर नहीं भेजा जा सकता क्योंकि इसमें परिवहन लागत अधिक लगती है
3. गन्ने को अधिक समय तक भंडारण नहीं किया जा सकता क्योंकि गन्ने का रस समय के साथ सूख जाता है।
4. भारत में अधिकतर चीनी मिले सहकार क्षेत्र में है जिसमें किसानों की भागीदारी है । अतः चीनी मिले किसानों को गन्ना उत्पादन के खेतों के निकट होती है।
5. गन्ना उत्पादन क्षेत्र सघन जनसंख्या वाले क्षेत्र है जहाँ प्रचुर मात्रा में सस्ता एवं कुशन श्रम चीनी मिलों को आसानी से प्राप्त हो जाता है।

प्र-2 भारत में किसी प्रदेश के उद्योगों की स्थिति को प्रभावित करने वाले कोई पाँच कारक स्पष्ट करें?

उत्तर- 1. कच्चे माल की उपलब्धता:- सामान्यत उद्योग वही स्थापित होते है जहाँ कच्चा माल उपलब्ध होता है । जिन उद्योगों में निर्मित वस्तुओं का भार कच्चे माल के समीप लगाए जाते है।
2. शक्ति के साधन:- किसी भी उद्योग की स्थापना से पहले उसकी शक्ति की आपूर्ति सुनिश्चित कर ली जाती है । एल्युमिनियम उद्योग शक्ति के साधन के नजदी लगाए जाते है क्योंकि इसमें बिजली का बहुत अधिक उपयोग किया जाता है।
3. परिवहन:- कच्चे माल को उद्योग केन्द्र तक लाने तथा निर्मित माल को बाजार तक ले जाने के लिए सस्ते तथा कुशल यातायात का प्रचुर मात्रा में होना आवश्यक है।
4. बाजार:- उद्योगों का सारा विकास निर्मित माल की खपत के बाजार पर निर्भर करता है । बाजार की निकटता से उपभोक्ता को औद्योगिक उत्पाद सस्ते दाम पर मिल जाते है।
5 श्रम:- सस्ते तथा कुशल श्रम की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता औद्योगिक विकास का मुख्य कारण है । कुछ उद्योग तो श्रम प्रधान ही होते है । इन्हें विशेष दक्षता वाले श्रमिकों की आवश्यकता होती है । जैसे - फिरोजाबाद का चूड़ी उद्योग श्रम प्रधान उद्योग है।

प्र-3 स्वतन्त्रता के बाद पंचवर्षीय योजनाओं में स्थापित सार्वजनिक क्षेत्र के इस्पात संयंत्रों के नाम बताओं तथा वे किन-किन देशों के सहयोग से स्थापित हुए थे? बोकारो इस्पात संयंत्र को कौर सी तीन सुविधाएं प्राप्त है?

उत्तर- 1. राऊरकेला इस्पात संयंत्र जर्मनी के सहयोग से।
2. भिलाई इस्पात संयंत्र रूस के सहयोग से ।
3. दुर्गापुर इस्पात संयंत्र और ब्रिटेन के सहयोग से ।
बेकारो इस्पात संयंत्र को निम्नलिखित सुविधाएं प्राप्त है।
• इस संयंत्र की स्थापना परिवहन लागत न्यूनीकरण सिद्धान्त के आधार पर की गई । बोकारो तथा राऊरकेला संयुक्त रूप से राऊरकेला से लोह अयस्क प्राप्त करते है और वापसी में मालगाड़ी के डिब्बे राऊरकेला के लिए कोयला ले जाते है।
• बोकारो संयंत्र दामोदर घाटी निगम से बिजली प्राप्त करता है । दामोदर - बोकारो नदियों से जल तथा कोलकाता से पत्तन सुविधाएँ मिलती है।
• यह संयंत्र क्योंझर से लोह अयस्क, झरिया से कोयला, प्लामु से चूना पत्थर प्राप्त करता है।

प्र- 4 गुजरात औद्योगिक प्रदेश की प्रमुख पाँच विशेषताएं लिखे?

उत्तर- 1. यह प्रदेश अहमदाबाद एवं बड़ोदरा के बीच स्थित है । यह प्रदेश दक्षिण में वलसाड़ और सूरत तक तथा पश्चिम में जामनगर तक फैला है ।
2. यह प्रदेश देश की सूती वस्त्र उद्योग का महत्वपूर्ण केन्द्र है । सूती वस्त्र उद्योग के अतिरिक्त पैट्रों, रासयनिक            उद्योग, इंजीनियरिंग उद्योग, चीनी उद्योग एवं दवाई उद्योग यहाँ के प्रमुख उद्योग है ।
3. इस प्रदेश को कपास उत्पादक क्षेत्र में स्थित होने के कारण कच्चे माल और बाजार दोनो का ही लाभ मिला है |
4. इस प्रदेश की महत्वपूर्ण औद्योगिक केन्द्र अहमदाबाद, बड़ोदरा, भरूच, कोयली, सूरत बलसाद तथा जामनगर ।

प्र-5 मुम्बई - पुणे औद्योगिक प्रदेश की प्रमुख पाँच विशेषताएं लिखे?

उत्तर- 1. यह प्रदेश मुम्बई - थाणे से पुर्ण तथा नासिक और शोलापुर जिलों के समीपवर्ती क्षेत्रों तक विस्तृत है।
2. इस प्रदेश का विकास मुम्बई में सूती वस्त्र उद्योग की स्थापना के साथ प्रारम्भ हुआ ।
3. मुम्बई हाई पैट्रोलियम क्षेत्र और नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र की स्थापना से इस प्रदेश का औद्योगिक विकास तीव्र गति से हुआ।
4. यहाँ अभियान्त्रिकी वस्तुएँ, पैट्रोलियम परिशोधन, पैट्रो - रसायन, चमड़ा, प्लास्टिक वस्तुएँ, दवाएं, उर्वरक, विद्युत वस्तुएँ, जलयान, निर्माण साफ्टवेयर इत्यादि उद्योगो का विकास हुआ है।
5. इस प्रदेश में मुम्बई, थाणे, ट्राम्बे, पुणे, नासिक, मनमाड़, शोलापुर, कोल्हापुर, सतारा तथा सांगली महत्वपूर्ण औद्योगिक केन्द्र है।

प्र-8 भारत में सूती वस्त्र उद्योग की क्या समस्याएं हैं?

उत्तर- सूती वस्त्र उद्योग भारत का सबसे बड़ा संगठित उद्योग है परन्तु इस उद्योग की कई समस्याएँ है:-
1. देश में लम्बे रेशे वाली कपास का उत्पादन कम है अतः इसे विदेशों से आयात करना पड़ता है।
2. सूती कपड़ा मिलों की मशीनरी पुरानी है जिससे उत्पादकता कम है और लागत अधिक है।
3. मशीनरी के आधुनिकीकरण के लिए स्वचालित मशीनें लगाना आवश्यक है जिसके लिए पर्याप्त पूंजी की आवश्यकता है।
4. देश में हथकरघा उद्योग में परिस्पर्धा है।
5. विदेशों में भी चीन व जापान के तैयार वस्त्रों से अधिक स्पर्धा है।

प्र-9 विनिर्माण की परिभाषा दीजिए। आकार के आधार पर विनिर्माण उद्योगों का तीन वर्गों में वर्गीकरण कीजिए । प्रत्येक वर्ग की एक - एक विशेषता हो स्पष्ट कीजिए । (बोर्ड परीक्षा-2013)

उत्तर- विनिर्माण:- यह एक प्रक्रिया है जिसमें कच्चे माल को स्थानीय या दूरस्थ बाजार में बेचने के लिए ऊँचे मूल्य के तैयार माल में
परिवर्तित कर दिया जाता है। 
आकार के आधार पर वर्गीकरण
1. कुटीर उद्योग।
2. छोटे पैमाने के उद्योग ।
3. बड़े पैमाने के उद्योग ।

विशेषताएँ

कुटीर उद्योग - यह निर्माण की छोटी इकाई है । इसमें शिल्पकार स्थानीय कच्चेमाल का उपयोग करते है तथा साधारण औजारों द्वारा परिवार के सदस्य मिलकर दैनिक जीवन में काम आने वाली वस्तुओं का उपयोग करते है।
छोटे पैमाने के उद्योग - इसमें उत्पादन घर से बाहर कारखानों में किया जाता है । इसमें स्थानीय कच्चे माल का उपयोग किया जाता है । अर्ध कुशल श्रमिक एवं शक्ति के साधनों से चलने वाले यन्त्रों का उपयोग किया जाता है।
बड़े पैमाने के उद्योग - इसके लिए विशाल बाज़ार, विभिन्न प्रकार का कच्चा माल,शक्ति के साधन, कुशल श्रमिक, विकसित प्रौद्योगिकी, अधिक उत्पादन एवं अधिक पूँजी की आवश्यकता होती है।


एनसीईआरटी सोलूशन्स क्लास 12 भारत लोग और अर्थव्यवस्था (भूगोल)